प्रेस क्लब के पत्रकारों की राय में दिल्ली के चुनावों में ध्रुवीकरण होना मुश्किल है. पत्रकारों के मुताबिक दिल्ली के लोगों को हिंदू मुस्लिम मुद्दा रास नहीं आ रहा है. दिल्ली में दी जा रही मुफ्त सुविधाएं केजरीवाल सरकार के पक्ष में काम करेंगी. AAP जहां स्थानीय मुद्दों पर जोर दे रही है, वहीं बीजेपी राष्ट्रीय मुद्दों को भुनाने की कोशिश कर रही है.