फिल्म 'बार-बार देखो' की कहानी एक प्रेमी जोड़े जय वर्मा और दीया कपूर की है. ये आज के युवा हैं पर दोनों के विचार थोड़े अलग हैं. एक तरफ जय अपने करियर के अलावा किसी चीज़ को महत्व नहीं देता तो दूसरी तरफ दीया करियर के साथ-साथ परिवार, शादी जैसी सभी खुशियों को महत्व देती है.