कोलकाता से बी-टेक ग्रेजुएट दीप्ता घोष 2020 में अपने पिता की मृत्यु के बाद अपने परिवार का समर्थन करने के लिए एक कैब चलाती हैं. परिवार में उनकी मां और एक छोटी बहन है. दीप्ता गुरुवार को कहा कि एक महिला ड्राइवर होने के बावजूद उन्हें कभी सुरक्षा की समस्या का सामना नहीं करना पड़ा.