भारत में पिछले कुछ सालों से लगातार ग्रोथ कर रही ऑटोमोबाइल सेक्टर की रफ़्तार धीमी पड़ गई है.मार्च में ख़त्म हुए वित्तीय वर्ष में यात्री वाहनों की संख्या में बढ़ोतरी का प्रतिशत 2014 के बाद सबसे कम रहा है.साथ ही शेयर बाज़ार में भी इस सेक्टर को गिरावट का सामना करना पड़ा है.