आखिरकार कांग्रेस ने राजस्थान में भी युवा के मुकाबले अनुभव को वरीयता दिया. मध्य प्रदेश में कमलनाथ की तरह राजस्थान में भी अनुभवी अशोक गहलोत को मुख्यमंत्री बनाने का फैसला किया. कांग्रेस के पार्टी मुख्यालय पर हुई प्रेस कांफ्रेंस के दौरान इस फैसले की जानकारी दी गई. इस दौरान गहलोत से जब पत्रकारों ने वादों को लेकर पूछा तो उन्होंने कहा कि शपथ तो लेने दीजिए.