मानवाधिकार कार्यकर्ताओं पर दुर्भावनापूर्ण कार्रवाई किए जाने का आरोप लगाते हुए बुद्धिजीवियों और सिविल सोसाइटी के सदस्यों ने महाराष्ट्र पुलिस के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की. जानीमानी लेखिका अरूंधति रॉय, अधिवक्ता प्रशांत भूषण, नागरिक अधिकार कार्यकर्ता अरुणा रॉय और दलित नेता जिग्नेश मेवानी सहित अन्य लोगों के हस्ताक्षर वाले एक संयुक्त बयान में कहा गया है कि मंगलवार को देश भर में छापेमारी कर पांच कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया जाना सभी वाजिब प्रक्रियाओं के उल्लंघन को दिखाता है तथा यह विधिक प्रणाली का माखौल उड़ाया जाना है.