भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमेरिका को सख्त लहजे में जवाब देते हुए कहा, "अमेरिका अपनी सोच बड़ी करे, क्योंकि इस योजना से पूरे क्षेत्र को फायदा होगा. उन्होंने यह भी याद दिलाया है कि अमेरिका खुद कभी इस बंदरगाह को महत्वपूर्ण मानता रहा है. एस जयशंकर ने कहा कि ये समझौता चाबहार स्थित शाहिद बेहेस्ती बंदरगाह के संचालन के लिए किया गया है. यह इंडिया पोर्ट्स ग्लोबल लिमिटेड और पोर्ट्स एंड मैरीटाइम ऑर्गेनाइज़ेशन ऑफ ईरान के बीच हुआ है.