इस साल के अंत में फ्रांस की राजधानी पेरिस में जलवायु परिवर्तन पर एक महासम्मेलन होना है, जहां सभी देशों के बीच समझौता होगा कि 2030 तक दुनिया को और गरम होने से बचाने के लिये क्या रास्ता अपनाया जाए। वहीं जानी मानी संस्था सेंटर फॉर साइंस एंड इन्वायरेंमेंट की रिसर्च कहती है कि क्लाइमेट चेंज से लड़ने में अमेरिका के वादे न तो काफी हैं न ही वह सच को दिखाते हैं। सीएसई की निदेशक सुनीता नारायण से बात की हमारे सहयोगी हृदयेश जोशी ने...