पिरामल ग्रुप के चेयरमैन अजय पिरामल भी #Justice4EveryChild टेलीथॉन में शामिल हुए. उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि मीडिया की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका है. मैं एक बात कहना चाहता हूं कि हम कैसे लोगों के बीच इन जैसे विषयों पर जागरूकता बढ़ाते हैं. हमें ध्यान देना है कि इस आयु वर्ग में शिक्षा की कमी है जो युवा लड़कियों को विभिन्न प्रकार के शोषण के प्रति अधिक संवेदनशील बनाती है. लड़कियां वेश्यावृत्ति, बाल तस्करी का शिकार होती हैं. लगभग 150 मिलियन बच्चे स्कूल से बाहर हैं और हमें उनकी चिंता करनी है और उनमें से लगभग आधे गरीबी रेखा से नीचे हैं.