कभी मोदी सरकार पर लगातार हमला बोलने वाले दिल्ली के मुख्यमंत्री पिछले एक साल से चुप्पी साधे हुए हैं. कहा जा रहा है कि केजरीवाल द्वारा प्रधानमंत्री पर किए निजी हमलों का उन्हें राजनीतिक नुकसान हुआ है. लेकिन फिर से केजरीवाल और उनकी पार्टी के तेवर बदले हुए नज़र आए.