लॉकडाउन ने प्रवासी मजदूरों की मुसीबत को बेइंतहा बढ़ा दिया है. एक तरफ बड़े शहरों में बिना काम के गुजारा मुश्किल तो दूसरी तरफ अपने गांव जाने के रास्ते भी बंद. जो चुनौतियों का पार करते हुए इन रास्तों को पैदल, साइकिल या फिर टेंपो से पार करने की कोशिश कर रहे हैं तो हादसों का शिकार हो जा रहे हैं. उत्तर प्रदेश में 8 प्रवासी मजदूरों की सड़क हादसों में मौत हो चुकी है.