कोविड मरीजों की पीड़ा देखते हुए मई 2020 में ही महाराष्ट्र सरकार ने निजी अस्पतालों के लिए कोविड बेड की दरें तय की थीं. निजी अस्पतालों ने सरकार के नियमों का पालन किया या नहीं इसको लेकर एक सर्वे हुआ है जिसमें पता चलता है कि 75% रोगियों से निजी अस्पतालों ने तय दर से ज्यादा वसूला. तो 56% परिवारों को अस्पताल के बिल भुगतान के लिए कर्ज़ लेना पड़ा.