बीजेपी के नए मुख्यालय बन रहे हैं. राजधानियों में भी और ज़िलों में भी. दिल्ली में अब बीजेपी का नया मुख्यालय है जो 18 महीने में ही बनकर तैयार हो गया. ज़िलों में कहीं 7 करोड़ का दफ्तर बन रहा है तो कहीं 8 करोड़ का. कहीं एक करोड़ का भी है. अच्छा होता कि कई ज़िलों में बन रहे और बन चुके नए दफ्तरों की सारी तस्वीरें जुटाकर एक साथ विश्लेषण किया जाए ताकि यह समझा जा सके कि भव्यता के अलावा इन दफ्तरों की इमारत भाजपा की राजनीति के बारे में क्या कहती है. संगठन अब पहले की तरह ज़्यादा औपचारिकता से चलेगा. अंतिम आदमी की सेवा करने वाले नेताओं के इन दफ्तरों में वीआईपी काटेज भी है और वीआईपी लाउंज भी है. अनुराग द्वारी की रिपोर्ट...