उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने मुजफ्फरनगर दंगे के 20 और मामलों को वापस लेने की अनुमति दी है. इसके साथ मुजफ्फरनगर दंगे मामले में कुल वापस लिए गए मामलों की संख्या 74 हो गई. सरकार द्वारा जिन मामलों को वापस लेने की अनुमति दी गई है, वे पुलिस व जनता की तरफ से दर्ज किए गए हैं. ये सभी मामले आगजनी, चोरी व दंगे से जुड़े हैं और फुगना पुलिस थाने में दर्ज किए गए थे. इसमें से कुछ मामले भौराकलां, जनसठ, न्यू मंडी व कोतवाली पुलिस थानों में दर्ज किए गए थे. इस मामले में बीजेपी नेता संजीब बालियान ने कहा, 'ज्यादातर मामले गंभीर नहीं है, केवल तोड़फोड़ और आगजनी के हैं. उस समय ढाल बनी महिलाओं पर भी केस दर्ज किए गए थे. खाली घरों में जो तोड़फोड़ की गई, उसके भी मामले दर्ज कर लिए गए थे. सैकड़ों युवा इन मुकदमों से परेशान थे.'