राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने लोगों से एकता, अहिंसा और सद्भाव के मार्ग पर चलने का आह्वान करते हुए कहा कि भारत का दर्शन सर्वोच्च है और दुनिया अपनी समस्याओं के समाधान के लिए देश की ओर देख रही है. भागवत ने जैन तीर्थंकर महावीर के 2550वें निर्वाण वर्ष के उपलक्ष्य में आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि दुनिया के विभिन्न हिस्सों के लोग अपनी भौतिक जीवनशैली की वजह से परेशान हैं.