एक्ट्रेस दीपिका चिखलिया, जिन्हें पूरा देश रामानंद सागर की रामायण में माता सीता की भूमिका के लिए जानता है. वह उन एक्ट्रेसेस में शुमार हैं, जिनका फिल्मी करियर भले ही फ्लॉप रहा हो. लेकिन टीवी की वह सुपरस्टार का खिताब हासिल कर चुकी हैं. वहीं उनका एक किरदार ऐसा छाया कि भारतीय टेलीविजन और सिनेमा में अपनी अमिट छाप छोड़ दी. लेकिन आपने जब भी टीवी पर दीपिका चिखलिया को देखा वह इंडियन और ट्रेडिशनल अवतार में आपके सामने आईं. लेकिन आज हम आपको रामायण की सीता की कुछ रेयर तस्वीरें दिखाने वाले हैं, जिनमें उनका मॉर्डर्न अवतार आपका दिल जीत लेगा.जबकि कुछ लोग उन्हें पहचान नहीं पाएंगे.
29 अप्रैल 1965 को मुंबई में जन्मी दीपिका चिखलिया ने मुंबई विश्वविद्यालय से बीए की डिग्री हासिल की है.
एक्ट्रेस का जन्म पिता राजेश चिखलिया की फैमिली में हुआ. जबकि दीपिका ने अपने करियर की शुरुआत 1983 में फिल्म सुन मेरी लैला से की.
इसमें उन्होंने राज किरन के साथ स्क्रीन शेयर की, जिसके बाद उन्हें हिंदी, मलयालम, कन्नड़, तमिल और बंगाली फिल्मों में भी देखा गया.
उनकी फिल्मों में रुपये दस करोड़ (1991), घर का चिराग (1989), और खुदाई (1994) का नाम शामिल हैं. इसके अलावा वह भोजपुरी फिल्म सजनवा बैरी भइले हमार से भी काफी लोकप्रियता हासिल कर चुकी हैं.
हालांकि, दीपिका को असली पहचान 1987-1990 के बीच प्रसारित रामायण से मिली, जहां उन्होंने माता सीता का किरदार निभाया.
लेकिन यह किरदार उन्हें आसानी से नहीं मिला. इसके लिए उन्हें कई ऑडिशन देने पड़े. लेकिन जब रामानंद सागर ने उन्हें देखा तो वह उनकी सादगी और एक्टिंग के कायल हो गए.
दीपिका ने बताया कि शूटिंग के दौरान वनवास का सीन उनके लिए सबसे चुनौतीपूर्ण था क्योंकि उन्हें 45 डिग्री तापमान में नंगे पांव रेत पर चलना पड़ता था.
लेकिन दीपिका की पर्दे पर यह मेहनत ऐसी रंग लाई कि आज भी दर्शक उन्हें माता सिता के रूप में देखते हैं.
1991 में दीपिका चिखलिया ने गुजराती व्यवसायी हेमंत टोपीवाला से शादी की, और अब वह दीपिका टोपीवाला के नाम से जानी जाती हैं.
कपल की दो बेटियां, निधि और जूही, हैं. शादी के बाद दीपिका ने पति की कॉस्मेटिक कंपनी में मार्केटिंग और प्रबंधन का जिम्मा संभाला है.
उन्होंने फिल्मों में काम कम कर दिया ताकि सीता की छवि बरकरार रहे. लेकिन 2020 में उन्होंने आयुष्मान खुराना की फिल्म बाला में मां का किरदार निभाया.