अर्चना गौतम ने बिग बॉस 16 में काफी सुर्खियां बटोरी थीं. उन्हें यहां तक पहुंचने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा है. इतना ही नहीं बिग बॉस 16 से निकलने के बाद अब अर्चना गौतम ने अपने बचपन के मुश्किल दिनों को याद किया है. उन्होंने बताया है कि जब वह छोटी थीं तो उनके परिवार को आर्थिक रूप से काफी तंगी का सामना करना पड़ा था. अर्चना गौतम ने कहा है कि वह दस से बीस रुपए में खाली सिलेंडर पहुंचाती थीं. अर्चना का जन्म उत्तर प्रदेश के मेरठ में हुआ था और बाद में वह काम के सिलसिले में मुंबई आ गईं. उन्होंने हाल ही में आरजे सिद्धार्थ कन्नन से बातचीत की.
इस दौरान अर्चना गौतम ने अपने बचपन के दिनों को याद करते हुए खुलासा किया है कि साल 2007-2008 में जब उनके परिवार को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ा, तब उन्होंने अपने गृहनगर में खाली सिलेंडर पहुंचाए. अर्चना गौतम ने कहा, 'बचपन में हमारी वित्तीय स्थिति अच्छी नहीं होती थी, थोड़े से बड़े में खाली सिलेंडर की डिलीवरी करना, उससे मुझे 10-20 रुपये आते. मैं साइकिल पर या बाइक पर ले के जा के ऐसी करती थी.'
उन्होंने आगे कहा, 'मेरी पहली जो जॉब थी, टेलीकॉलिंग की थी. उसमें मुझे 6,000 महीना मिलता था. मुझे इंग्लिश आती नहीं थी तो मैं कोशिश करती थी कि हिंदी में बात कर लूं लेकिन कोई मेरा फोन उठाता ही नहीं था, काट देता था. तो उन्होंने मुझे निकल दिया जॉब से क्योंकि कोई डील नहीं हो रही थी. फिर उससे बड़ी, 10,000- 12,000 रुपये ऐसे ऐसे करके नौकरी किया.' अर्चना गौतम ने अपनी बात को खत्म करते हुए कहा है कि वह जिस आखिरी कंपनी में काम कर रही थी, वह बंद हो गई, जिससे वह मेरठ लौटने के लिए मजबूर होना पड़ा, जहां उन्होंने रवि किशन-शो में भाग लिया.