हिंदी भाषा और उससे जुड़े लोगों के लिए आज बेहद खास दिन है. विश्व भर में हर साल 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस (Vishwa Hindi Diwas) या वर्ल्ड हिंदी डे (World Hindi Day) मनाया जाता है. 10 जनवरी 2006 को भारत सरकार ने इस दिन को विश्व हिंदी दिवस के रुप में मनाने का ऐलान किया था. विश्व में हिन्दी का विकास करने और एक अंतरराष्ट्रीय भाषा के तौर पर इसे प्रचारित-प्रसारित करने के उद्देश्य से विश्व हिन्दी सम्मेलनों की शुरुआत की गई थी. इसकी शुरुआत साल 2006 में हुई. पहले विश्व हिंदी सम्मेलन (World Hindi Day 2022) का उद्घाटन तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने किया था.
विश्व हिंदी दिवस का इतिहास
हर साल की तरह इस साल भी 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस (World Hindi Diwas) मनाया जा रहा है. बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने हिन्दी के प्रचार-प्रसार के लिए 2006 में प्रति वर्ष 10 जनवरी को हिन्दी दिवस मनाने की घोषणा की थी. दुनियाभर के भारतीय दूतावास में विश्व हिंदी दिवस मनाया जाता है. पहला हिंदी दिवस नॉर्वे के भारतीय दूतावास ने मनाया गया. बाद में दूसरा और तीसरा हिंदी दिवस भारतीय नॉर्वे सूचना एवं सांस्कृतिक फोरम के तत्वाधान में लेखक सुरेश चन्द्र शुक्ल की अध्यक्षता में आयोजित हुआ.
2006 में पहली बार मनाया गया था विश्व हिंदी दिवस
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह द्वारा पहली बार 10 जनवरी 2006 को विश्व हिंदी दिवस का आयोजन किया गया. तब से लेकर आज तक हिंदी दिवस को वैश्विक रूप में अंतरराष्ट्रीय हिंदी दिवस के रूप में विश्व के कई देशों में मनाया जाने लगा. सभी देशों में स्थित भारत के दूतावासों में इस दिन 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस पर कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है और हिंदी भाषी लोगों को आमंत्रित किया जाता है.
10 जनवरी को क्यों मनाया जाता है विश्व हिंदी दिवस
10 जनवरी 1975 को महाराष्ट्र के नागपुर में पहला हिंदी दिवस सम्मेलन आयोजित किया गया था. इस सम्मेलन का उद्देश्य दुनियाभर में हिंदी के प्रचार-प्रसार करना था. बता दें कि इस सम्मेलन में 30 देशों के 122 प्रतिनिधि शामिल हुए थे. 1975 से विभिन्न देशों जैसे- संयुक्त राज्य अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, मॉरीशस, त्रिनिदाद और टोबैगो ने विश्व हिंदी सम्मेलन का आयोजन किया था.
इन देशों में बोली जाती है हिंदी भाषा
हिंदी भाषा विश्व में अधिकतम जनसंख्या द्वारा बोली जाने वाली भाषाओं में से एक है. भारत के अतिरिक्त हिंदी भाषा नेपाल, मॉरीशस, गुयाना, सूरीनाम, त्रिनिदाद और टोबैगो और फिजी जैसे अन्य देशों में भी बोली जाती है.