Karva Chauth 2021 Date: करवा चौथ हर सुहागन के लिए बेहद खास त्योहार होता है. अपने सुहाग की लंबी उम्र और उसे हर तरह से सलामत रखने के लिए महिलाएं ये व्रत रखती हैं. इस व्रत में पूरे दिन महिलाएं न तो कुछ खाती हैं और न ही पानी ही पीती हैं. ऐसे में इस बात का ध्यान रखना भी जरूरी है कि अगर आप किसी रोग से पीड़ित हैं तो कैसे आप अपनी परंपरा भी निभाएं और अपनी सेहत का भी ख्याल रखें. डायबिटीज से पीड़ित महिलाओं को करवा चौथ के पहले कुछ बातों का ख्याल रखना बेहद जरूरी है नहीं तो पूरे दिन का उपवास उनकी सेहत पर बुरा असर डाल सकता है.
सरगी में खाएं ये चीजें
यूं तो सरगी में आमतौर पर मिठाइयां, सेवई आदि खाई जाती है, लेकिन अगर आपको डायबिटीज है तो अपनी सरगी अलग से तैयार करें. आपकी सरगी में प्रोटीन और कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट की मात्रा अधिक रहनी चाहिए. प्रोटीन से आपके शरीर में लंबी अवधि तक ऊर्जा बनी रहती है. इससे हाइपोग्लाइसीमिया की स्थिति नहीं आएगी, हाइपोग्लाइसीमिया का मतलब है खून में ग्लूकोज की कमी का होना. डायबिटीज के रोगियों को सरगी में दूध, दही, ओट्स और ड्राई फ्रूट्स को शामिल करना चाहिए.
व्रत खोलने के लिए ये खाएं
जिस तरह से आपने अपनी सरगी अलग रखी, उसी तरह व्रत खोलते हुए भी आपको अपना खाना अलग ही बनाना है. डायबिटीज की शिकायत है तो तला, भुना और मसालेदार खाना व्रत के बाद बिल्कुल नहीं खाएं. व्रत खोलते समय सबसे पहले ताजा फलों का जूस पियें. आपको सादी रोटी, दाल के साथ लेनी है. हरी सब्जियां जो कम मसाले में बनी हो उसे खाएं. 15-20 मिनट का गैप रख कर थोड़ा-थोड़ा खाना खाएं. अगर आप तला-भुना खा लेती हैं तो आपके शरीर में एकदम से कार्बोहाइड्रेट बढ़ जाएगा, जिससे हाइपरग्लाइसीमिया की समस्या हो सकती है.
इन बातों का रखें खास ध्यान
अगर आप शुगर की मरीज हैं तो आपको व्रत के दौरान कमजोरी महसूस हो सकती है. उपवास वाले दिन से एक-दो दिनों पहले से ही अपनी डाइट कुछ कम कर लें, जिससे आपका शरीर कम ग्लूकोज के लिए तैयार हो जाए. चक्कर आए या फिर बहुत ज्यादा कमजोरी महसूस हो तो दूध या नींबू पानी पी सकती हैं. करवा चौथ आस्था के साथ खुशियों का त्योहार है, ऐसे में जरूरी है कि आप परंपराओं के साथ अपने स्वास्थ्य का भी ख्याल रखें. कहीं ऐसा न हो कि सेहत की प्रति आपकी लापरवाही आपके व आपके परिवार के लिए मुसीबत का सबब बन जाए.