Brahma muhurta benefits for life: किसी भी व्यक्ति का लाइफस्टाइल इस बात पर निर्भर करता है कि उसके सोने (sleep) और जागने (wake up time) का समय क्या है. सनातन धर्म में ब्रह्म मुहूर्त (brahma muhurta) को सुबह जागने के लिए सर्वोत्तम समय कहा गया है. पुराने समय में ऋषि मुनि और छात्र इसी मुहूर्त में उठकर कामकाज में लग जाते थे. कहा जाता है कि ब्रह्म मुहूर्त (brahma muhurat time) में उठने पर व्यक्ति के अंदर सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और ढेर सारे सेहत संबंधी फायदे भी मिलते हैं. शास्त्रों में ब्रह्म मुहूर्त को दैवीय मुहूर्त कहा गया है और इस दौरान उठने पर व्यक्ति परमात्मा से साक्षात्कार कर पाता है. चलिए जानते हैं कि ब्रह्म मुहूर्त क्या है और इस समय उठने से क्या क्या फायदे (benefits of wake up in brahma muhurat) हो सकते हैं.
क्या है ब्रह्म मुहूर्त
शास्त्रों में कहा गया है कि ब्रह्ममुहूर्त का समय सुबह सूर्य़ोदय से एक घंटा 36 मिनट पहले शुरू होता है. इसे ब्रह्ममुहूर्त इसलिए कहा जाता है क्योंकि इस काल में ब्रह्म यानी परमात्मा जागृत होते हैं. ब्रह्म यानी परमात्मा और मुहूर्त यानी परमात्मा का समय. ब्रह्म मुहूर्त का समय पूरे दिन का सबसे उत्तम और शुभ समय माना जाता है. आमतौर पर ब्रह्म मुहूर्त चार बजे आरंभ होता है और 5 बजकर 30 मिनट तक रहता है. ब्रह्म मुहूर्त सूर्योदय होने के 48 मिनट बाद समाप्त होता है, इसलिए इस समय जागने के ढेर सारे फायदे बताए गए हैं.
ब्रह्म मुहूर्त का महत्व
शास्त्रों में कहा गया है कि ब्रह्म मुहूर्त में जागने पर रूप, बल, विद्या, सकारात्मक ऊर्जा, चैतन्य, बुद्धि और उत्तम स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है. अगर इस समय उठकर नहा धोकर पूजा पाठ की जाए, तो सीधे परमात्मा तक प्रार्थना पहुंचती है. इस दौरान पूजा करने पर उत्तम फलों की प्राप्ति होती है. जो लोग इस समय पूजा पाठ, साधना और पढ़ाई करते हैं, उन्हें काफी लाभ मिलता है.
ब्रह्म मुहूर्त के फायदे
कहा गया है कि जो लोग ब्रह्म मुहूर्त में उठकर घर की साफ सफाई करते हैं, उनके घर में देवी देवता और पितरों का आगमन होता है. पितृ घर की सुरक्षा करने के साथ साथ घर के लिए सुख समृद्धि भी लाते हैं. ब्रह्म मुहूर्त में उठने से शरीर में पॉजिटिव एनर्जी का संचार होता है और व्यक्ति दिन भर तरोताजा महसूस करता है. ब्रह्म मुहूर्त में की गई साधना से आत्म विश्लेषण करने में मदद मिलती है. इस दौरान अगर कोई पढ़ाई करता है तो उसका ध्यान केंद्रित होता है और पढ़ा लिखा अच्छे से समझ आता है. ब्रह्म मुहूर्त में उठने पर सौंदर्य बढ़ता है और बल में वृद्धि होती है.
ब्रह्म मुहूर्त में उठने के लिए करने होंगे ये काम
देखा जाए तो नए जमाने में ब्रह्म मुहूर्त में उठना किसी चुनौती से कम नहीं है. भागदौड़ भरे जमाने में जहां लोग देर रात तक काम करते हैं, उनको जल्दी सोने के लिए कहना आसान नहीं है. जब लोग देर से सोते हैं तो ब्रह्म मुहूर्त में उठना उनके लिए संभव नहीं हो पाता. ऐसे में लोग चाहकर भी ब्रह्म मुहूर्त में उठ नहीं पाते. लेकिन अगर आप इस मुहूर्त में उठना चाहते हैं तो आपने अपनी दिनचर्या में कुछ खास बदलाव करने होंगे. सबसे पहले रात में जल्दी सोने की आदत डालनी होगी. एक सामान्य व्यक्ति के लिए रात में सात से नौ घंटे की नींद काफी होती है. अगर आपको ब्रह्म मुहूर्त में उठना है तो रात को जल्दी सोने की आदत डालें. कोशिश करें कि अपने कामकाज और भोजन समय से निपटा लें और जल्दी बिस्तर पर चले जाएं. इससे आपकी नींद भी पूरी होगी और ब्रह्म मुहूर्त में उठने में कामयाब हो जाएंगे. रात को अलार्म लगाकर सोएं. ब्रह्म मुहूर्त से 10 से 15 मिनट पहले का अलार्म लगाएं ताकि कुछ दिनों में आप ब्रह्म मुहूर्त के सही समय पर उठ पाएंगे. रात को भारी भोजन करने से बचें. इससे सुबह देर से नींद खुलती है. ब्रह्म मुहूर्त में नहा धोकर पूजा करें और नहाने के बाद ही पढ़ाई या साधना करें.
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