मानसून टिप्स : मानसून में किचन को साफ रखना एक बड़ी चुनौती होती है. पूरे घर की यही वो जगह है जहां सबसे ज्यादा काम होता है. पूरे घर की सेहत का केंद्र भी यही जगह है पर अफसोस कि सबसे ज्यादा सीलन, चिकनाई का शिकार भी किचन ही होता है. वजह एक ही है, एक तो जगह जगह खाने की चीजों का होना. उसके अलावा गीले बर्तन, गीला सिंक यानि मानसून में तो किचन को साफ और सेफ रखने के लिए पूरी ताकत लगना लाजमी है, पर कुछ ऐसी टिप्स हैं जो आपके किचन को इस मानसून में रख सकती हैं साफ और सेफ दोनों.
कच्चे चावल
कच्चे चावल सीलन से बचाने में काफी मददगार हो सकते हैं. किचन की अलमारियों और जितने कोनों पर आपको जरूरत लगे वहां एक कॉटन क्लॉथ में कच्चे चावल बांध कर रख दें. ये चावल सीलन सोख लेंगे, पर इन्हें कम से कम हर 15 दिन में बदल जरूर दें.
नींबू
जहां सीलन या नमी होगी वहां फंगस और दूसरे कीटाणुओं को फैलना भी आम बात ही है. किचन के कटर, चॉपर, चाकू या किसनी पर तो फंगस लगने की चांसेस और भी ज्यादा होते हैं. ऐसे बर्तनों को धोते समय उन्हें नींबू के रस से घिसना न भूलें.
बेकिंग सोडा
नींबू की तरह बेकिंग सोडा भी एक अच्छा ब्लीचिंग एजेंट है. इससे आप बर्तन तो धो ही सकती हैं. चाहें तो बेकिंग सोडा नींबू पर छिड़कें और फिर उस नींबू को बर्तनों पर घिसें. बारिश में जितने भी कीटाणुओं का डर है सब गायब हो जाएंगे.
नीम या लौंग का तेल
किचन में अगर चींटी, कॉकरोच जैसे कीड़े मकोड़े बढ़ गए हैं तो नीम या लौंग का तेल आपके काम आ सकता है. किसी भी एक तेल को पानी में मिलाएं और उसका छिड़काव उन स्थानों पर कर दें जहां कीड़े बढ़ रहे हैं. ये तेल आपको सब से छुटकारा दिलवाएंगे.
एयर टाइट डिब्बे
किचन के सामान जैसे मसाले, पापड़. इन सबको सीलन से बचाने के लिए एयरटाइट डिब्बों का उपयोग करें. ताकि मानसून में भी मसालों का स्वाद खराब न हो और पापड़ भी कुरकुरे ही रहें.