स्वतंत्रता दिवस 2021 : वैश्विक बीमारी बनकर उभरी कोरोना ने जिन्दगी को जीने का तरीका बदल दिया है. अभी भी इस घातक वायरस का खतरा टला नहीं है. ऐसे में भारत की आजादी के उत्सव को मनाने के लिए फैमिली के साथ घर पर ही तिरंगा फहराना चाहिए.15 अगस्त 1947 का दिन भारतीय इतिहास का एक सबसे बड़ा दिन है. इस दिन भारत को अंग्रेजों के शासन से आजादी मिली थी और प्रत्येक भारतीय ने इस दिन आजाद हवा में सांस ली थी. 15 अगस्त का दिन भारत के प्रत्येक नागरिक के लिए बेहद अहम है. इस राष्ट्रीय पर्व के दिन सार्वजनिक अवकाश होता है. लोग आजादी मिलने के इस दिन को खास तरह से मनाने के लिए कई हफ्ते पहले ही तैयारी कर लेते हैं क्योंकि स्कूल्स - ऑफिस सब बंद रहते हैं और कोई काम नहीं होता है. लेकिन कोरोना ने 15 अगस्त की दिन को सार्वजनिक रूप से देशभक्ति की भावना के साथ मनाने की योजना में विघ्न डाल दिया है. सार्वजनिक रूप से पब्लिक गेदरिंग में आप भले ही न जाए पाए अपने घर में ही आजादी के उत्सव को खास अंदाज में सेलिब्रेट जरूर कर सकते हैं.
रहे घर परिवार के साथ - घर परिवार के साथ बिताया गया दिन हमेशा ही बेहतर होता है. ऐसे में 15 अगस्त के दिन घर परिवार के सभी लोग एक साथ वक्त बिताए और अगर घर में छोटे बच्चे हैं, तो उन्हें आजादी कैसे मिली, आजादी का महत्व के बारे में उन्हें बताएं. ताकि बच्चे भी जान सकें की जिस आजाद भारत में वे पैदा हुए हैं, उसकी आजादी के लिए कितने लोगों ने कुर्बानियां दी हैं.
सबके साथ फहराएं तिरंगा - जब तिरंगा फहराया जाता है तो गर्व महसूस होता है, ध्वजारोहण को देखने के लिए आम दिनों में तो लोग सार्वजनिक कार्यक्रमों में शामिल होते थे लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते ऐसा नहीं हो सकता है.
ऐसे में अपने घर की छत पर तिरंगा फहरा सकते हैं. उसके लिए सबसे पहले छत्त को अच्छे साफ करे लें, फिर जिस पोल पर तिरंगा फहराया जाना है उसकी जांच अच्छे से कर ले ताकि 15 अगस्त के दिन कोई परेशानी न आए.
नियमों का पालन - भारत के राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराने को लेकर कई नियम बनाए गए हैं. ऐसे में ध्वजारोहण के पहले सब नियमों को अच्छे से पढ़कर उनका पालन करना चाहिए. राष्ट्रीय ध्वज हमारी और हमारे देश की शान है. उसे फहराने से पहले ध्वज संहिता को जरूर पढ़ लेना चाहिए.
ऐसा करके आप सम्मान के साथ 15 अगस्त के दिन छत पर तिरंगा फहराने के साथ फैमिली के साथ क्वालिटी टाइम बिता सकते हैं. ऐसा करते हैं तो आप कोरोना की जंग को जीतने में सरकार की सहायता भी कर पाएंगे और हां एक बात और कि तिरंगा झंड़ा फहराने के बाद जोर से "जय हिन्द" बोलना न भूलें.