मॉनसून का मौसम रोमांटिक होने के ढेरों मौके देता है. रिमझिम फुहार हो या फिर मूसलाधार बारिश हो. बूंदों का हर रंग मोहब्बत से भरपूर है. न हो यकीन तो आजमाएं ये टिप्स और देखें आपके हमसफर के साथ मौसम कितना सुहाना लगता है.
बालकनी में करें साथ में ब्रेकफास्ट
ऐसे मौके कम ही मिलते हैं जब भागते दौड़ते काम के वक्त में कुछ पल साथ गुजारने का मौका मिले. तो इस मॉनसून जब बालकनी में गिरें बारिश की बूंदें तो अपने हमसफर के थाम कर हाथ करिए गरमा गरम पकौड़ों के साथ कुछ बात. ये हल्का फुल्का वक्त कितने ही भारी गिले शिकवों को दूर कर सकता है. इसलिए इन बूंदों को यूं ही बरस कर सूखने न दें.
लॉन्ग ड्राइव का बहाना
बूंदों की बात हो तो अपनी गाड़ी से लॉन्ग ड्राइव पर भी निकला जा सकता है. हर सफर में जरूरी नहीं कि मंजिल तय ही हो. कभी कभी रास्ते ही मंजिल बन कर प्यार के मुकाम तक पहुंचा ही देते हैं. तो रह गया हो कुछ कम्यूनिकेशन गैप या फिर बहुत दिनों से इधर उधर की बेमतलब सी बातें करने का वक्त न मिला हो तो इस बारिश में लॉन्ग ड्राइव पर जरूर जाएं और दूरियां मिटाएं.
बचपन की कुछ आदतें अच्छी होती हैं
दूरियां मिटानी हों तो बचपन की कुछ आदतें बहुत अच्छी होती हैं. याद कीजिए वो वक्त जब बारिश होते ही बाहर निकल पड़ते थे. ठंडी ठंडी बूंदों से बातें करते थे. भीगते थे, छींटे उड़ाते थे. अब उम्र ज्यादा हुई तो क्या. हमसफर है, अंदाज वही है. तो निकल पड़ें एक साथ इस बारिश में और ठंडी फुहार के बीच रिश्ते की गर्माहट को बढ़ते महसूस कीजिए.
कैंडल लाइट डिनर
मॉर्डन जमाने का ये नुस्खा भी बेहद कामयाब है. वैसे भी बारिश और बिजली का रिश्ता बेहद पुराना है. इधर बारिश हुई और उधर बिजली गई. ऐसे में डिनर में जो भी पका हो कैंडल लाइट डिनर में उसका लुत्फ लीजिए और दुनिया जहान की बातें भूलकर सिर्फ प्यार भरी बातें कीजिए.
मूसलाधार में मिलें दिल
मूसलाधार बारिश हो रही हो तो ये सारे नुस्खे बेकार हैं. ऐसे में बस अपना सोफा हो. सामने टीवी पर मनपसंद प्रोग्राम हो. हाथ में गरमा गरम चाय का या कॉफी का मग हो. ये लम्हा गुजरा तो लौट कर मुश्किल से आएगा. इसलिए इसे थाम लें और प्यार में डूब जाएं.