Shardiya Navratri 2023 Health Tips : शारदीय नवरात्रि में हर भक्त अपनी श्रद्धा के अनुसार मां के विभिन्न रूपों की पूजा अर्चना (Goddess Lakshmi Puja) करता है, ऐसे में कई लोग मां दुर्गा की पूजा करने के लिए 9 दिनों का व्रत भी रखते हैं. लेकिन कई बार ऐसा होता है कि एक-दो दिन के बाद ही तबीयत खराब (Sick) होने लगती है, क्योंकि व्रत के दौरान आप अपनी सेहत का ख्याल (Health Care) नहीं रख पाते हैं. ऐसे में हम आपको बताते हैं पांच ऐसी टिप्स जो व्रत के दौरान (5 Fasting Tips) आपको फिट रखने का काम करती है और आपकी सेहत को दुरुस्त रखती है.
मेंटल स्ट्रेस का ध्यान रखें
15 अक्टूबर से नवरात्रि की शुरुआत होने वाली है, ऐसे में अगर आप नौ दिनों का व्रत रख रहे हैं तो आपको मेंटली प्रिपेयर होना बहुत ज्यादा जरूरी है. इतना ही नहीं नवरात्रि के दौरान मेंटल स्ट्रेस को कम करने के लिए आप मेडिटेशन कर सकते हैं. हालांकि, उपवास के दौरान बहुत ज्यादा वर्कआउट करने से बचे और केवल मेडिटेशन और प्राणायाम जैसी एक्टिविटी आप कर सकते हैं.
बैलेंस डाइट लें
व्रत के दौरान सबसे ज्यादा जरूरी होता है कि आप बैलेंस डाइट लें, क्योंकि कई बार ऐसा होता है कि सिर्फ पूरे दिन में एक मील लेने से आपकी सेहत गड़बड़ा जाती है. ऐसे में आप सुबह के समय फ्रूट्स, जूस, फलाहार लें और शाम के समय सात्विक भोजन कर सकते हैं और अपनी डाइट में व्रत में ली जाने वाली सब्जियों का सेवन भी करें, इससे आपको सारे न्यूट्रिशंस मिलते हैं.
फ्राइड चीजों से बचें
नवरात्रि में व्रत के दौरान अक्सर लोग साबूदाने के वड़े, कुट्टू के आटे की पूरी, पराठे या फिर सिंघाड़े के आटे के भजिए बनाकर खाते हैं. लेकिन सबसे ज्यादा जरूरी है कि आप इन फ्राइड चीजों से बचें और हल्की-फुल्की डाइट लें, जैसे साबूदाने की खिचड़ी, कुट्टू के आटे की रोटी, लौकी की सब्जी.
बीमारी में व्रत रखने से बचें
अगर आप डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल या कोई अन्य बीमारी से परेशान हैं तो अपने डॉक्टर से सलाह लेने के बाद ही व्रत करें. डायबिटीज के लोग अगर ज्यादा देर तक भूखे रहते हैं तो उनकी ब्लड शुगर लेवल स्पाइक हो सकती है.
नमक और चीनी की मात्रा बैलेंस रखें
व्रत के दौरान सेंधा नमक खाया जाता है, लेकिन बहुत ज्यादा नमक या बहुत ज्यादा चीनी खाने से बचें. आप संतुलित मात्रा में ही सेंधा नमक और चीनी का प्रयोग करें.
(प्रस्तुति - रौशनी सिंह)
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)