Pasai Rice Superfood Amazing Health Benefits: क्या आपने कभी सोचा है कि वो चावल जिसे हम व्रत या उपवास में खाते हैं, वही हमारी रोज़ की थाली का हीरो बन सकता है? पसई का चावल, जिसे तिन्नी का चावल भी कहा जाता है, आजकल हेल्थ एक्सपर्ट्स की लिस्ट में टॉप पर है. खासकर डायबिटीज के मरीजों के लिए यह चावल किसी वरदान से कम नहीं है.
हड्डियों को बनाता है स्ट्रॉन्ग (can we eat red rice daily)
पसई के चावल में मैग्नीशियम भरपूर मात्रा में मिलता है. यही वजह है कि यह हमारी हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी समस्याओं से बचाता है. अगर इसे रोजाना डाइट में शामिल किया जाए तो हड्डियों की मजबूती बनी रहती है.
वजन घटाने में साथी (Pasai rice weight loss)
अगर आप वजन कम करने की कोशिश में हैं तो पसई का चावल आपके लिए नेचुरल हेल्पर साबित हो सकता है. यह न सिर्फ हल्का होता है, बल्कि लंबे समय तक पेट भरा रखता है, यानी बार-बार भूख लगने की समस्या से छुटकारा और मोटापे पर कंट्रोल.
एनीमिया से बचाव (Pasai rice benefits)
शरीर में आयरन की कमी यानी एनीमिया आजकल आम समस्या है. पसई का चावल इसमें कारगर है. इसमें मौजूद आयरन शरीर की जरूरत पूरी करता है और ब्लड हेल्थ को बेहतर बनाता है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि इससे 5% तक आयरन की कमी पूरी हो सकती है.
बेहतर पाचन और गट हेल्थ (Pasai rice vs white rice)
ये चावल हल्का है और आसानी से डाइजेस्ट हो जाता है. कब्ज से राहत, गट हेल्थ में सुधार और पाचन शक्ति को बढ़ाने के लिए पसई का चावल बेहतरीन माना जाता है.
चोट-घाव भरने में मददगार (pasai ke chawal kaise banate hain)
पसई में मौजूद जिंक और एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर के घाव और चोट को तेजी से भरने में मदद करते हैं. साथ ही यह सेल्स को फ्री रेडिकल्स से भी बचाते हैं.
डायबिटीज वालों के लिए वरदान (pasai ke chawal khane ke fayde)
व्हाइट राइस जहां शुगर लेवल को तुरंत बढ़ा देता है, वहीं पसई का चावल लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स होने के कारण डायबिटीज मरीजों के लिए सेफ और हेल्दी ऑप्शन है. व्रत में खाया जाने वाला पसई का चावल अब हेल्दी लाइफस्टाइल का परफेक्ट हिस्सा बन चुका है. इसे डेली डाइट में शामिल करना मतलब...कम बीमारियां, ज्यादा हेल्थ और बैलेंस्ड शुगर लेवल.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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