Omicron Symptoms: ये असामान्य लक्षण हो सकते हैं ओमिक्रॉन के संकेत, अपनाएं ये घरेलू उपाय

कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन को डेल्टा वेरियेंट की तुलना में कई गुना ज्यादा संक्रामक माना जा रहा है. ऐसे में आपको तेजी से फैलते ओमिक्रॉन के (omicron cases) मामलों के बीच इसके लक्षणों की भी पहचान होना जरूरी है.

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नई दिल्ली:

दुनियाभर में कोरोना महामारी (Corona Pandemic) की शुरुआत के बाद से कई लोग इस वायरस से संक्रमित हुए है. कोरोना के बाद आई दूसरी लहर (Second Wave of Corona) में डेल्टा वेरिएंट (Delta Variant) ने तबाही मचा दी. दुनियाभर में लोग अभी इन सबसे दूरी बनाने की कोशिश में जुटे ही थे कि कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन (Omicron Variant) ने खतरे की घंटी बजा दी. वहीं, अब इस नए वेरिएंट ओमिक्रॉन को डेल्टा वैरियेंट की तुलना में कई गुना ज्यादा संक्रामक माना जा रहा है. भारत समेत दुनियाभर में अभी भी दहशत का माहौल जारी है. कोरोना की पिछली लहर में सर्दी-खांसी और बुखार सबसे आम लक्षणों में से एक थे. ठंड के मौसम में ज्यादातर लोगों को ये समस्या हो जाती है. ऐसे में तेजी से फैलते ओमिक्रॉन के (omicron cases) मामलों के बीच इसके लक्षणों की भी पहचान होना जरूरी है. तो चलिए जानते हैं इसके लक्षण और कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन से बचाव के उपाय.

ओमिक्रॉन के लक्षण | Omicron Symptoms

  • सिर दर्द.
  • थकान.
  • हल्का बुखार.
  • गले में चुभन.
  • शरीर में बहुत ज्यादा दर्द.
  • सर्दी-जुकाम.
  • स्क्रेची थ्रोट.
  • रात में पसीना आना.
  • सूखी खांसी.
  • पीठ के निचले हिस्से में दर्द.
  • मांसपेशियों में दर्द.
  • छींक आना.

अपनाएं ये घरेलू उपाय | Follow These Home Remedies

  • सर्दी-जुकाम, खांसी और बुखार जैसे लक्षण महसूस होने पर डॉक्टर्स से सुझाव जरूर लें, ऐसे में आप काढ़ा पीना शुरू कर सकते हैं. बता दें कि काढ़े का सेवन आपकी सेहत के लिए कई प्रकार से फायदेमंद है.
  • इम्यून सिस्टम को बेहतर बनाने के लिए आप हेल्दी डाइट लें. इसके लिए अच्छा और हेल्दी खानपान का चयन करें. कोशिश करें हमेशा ताजा भोजन का सेवन करें, वासे खाने से परहेज करें. आप अपनी डेली डाइट में फल, सब्जियां, नट्स, फलियां, बीज आदि तत्व को जरूर शामिल करें, ये आपके शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाने में मदद कर सकते हैं.
  • सर्दी, खांसी या फिर थकावट महसूस होने पर हमेशा फ्रेश और अच्छी तरह पका हुआ गर्म भोजन ही करें. कोशिश करें दोपहर के खाने (लंच) में बिना नमक और तेल के मूंग की दाल का सूप लें.
  • ख्याल रखें जरूरत से ज्यादा भोजन न करें. हर मील के बाद पेट को आधा खाली रहने दें. साथ ही शाम 7 बजे से पहले भोजन की आदत डाल लें. ये आपकी पाचन प्रक्रिया के लिए अच्छा है.

  • मानसिक स्वास्थ्य के लिए तनाव बेहद हानिकारक है. बता दें कि ज्यादा तनाव आपकी रोग-प्रतिरोधक क्षमता को भी कम कर सकता है, इसलिए अपने आप को अपनी पसंदीदा एक्टिविटी में बिजी रखने की कोशिश किया करें.
  • कम या खराब नींद आपके पूरे दिन की दिनचर्या को प्रभावित कर सकती है. इसके साथ ही ये आपके इम्यून सिस्टम को भी प्रभावित कर सकता है, इसलिए जरूरी है कि अच्छी और पूरी नींद लें.
  • खुद को स्वस्थ रखने के लिए व्यायाम जरूर करें. इसके लिए जरूरी नहीं कि आप जिम ही जाएं. आप घर पर रहकर है कुछ हल्की-फुल्की एक्सरसाइज कर सकते हैं. इसके साथ ही आप सुबह योग भी कर सकते हैं, जो आपको कई तरह की बीमारियों से सुरक्षित रखने में मदद कर सकता है.

काढ़ा बनाने का पहला तरीका

  • काढ़ा बनाने के लिए सबसे पहले आप 2 ग्लास पानी लें और उसे उबलने रख दें.
  • पानी में उबाल आने पर आप उसमें अदरक के कुछ टुकड़े डाल दें.
  • अब इस पानी को तब तक उबालें, जब तक कि ये पहले से आधा न हो जाए.
  • अब इसमें कुछ तुलसी के पत्ते डालें, लीजिए काढ़ा बनकर तैयार है. आप इस मिश्रण को दिन में 3-4 बार जरूर पिएं.

काढ़ा बनाने का दूसरा तरीका

  • सबसे पहले तुलसी के पत्ते, अदरक, इलायची और हल्दी को पीस लें.
  • अब एक बर्तन में पानी उबलने रखें.
  • उबलते पानी में तुलसी, अदरक, इलायची और हल्दी का पीसा हुआ पाउडर डालें.
  • इसके साथ ही इसमें जायफल पाउडर, दालचीनी पाउडर, काली मिर्च, तेजपत्ते, सौंफ और लौंग डाल दें.
  • इब इस मिश्रण को कम से कम 5 मिनट तक के लिए उबालने दें.
  • अधिक गर्माहट पाने के लिए इसमें शहद, घी और केसर मिलाई जा सकती है.

काढ़ा पीने के फायदे

  • काढ़ा एक आयुर्वेदिक रेसिपी है, जिसका इस्तेमाल लंबे समय से सर्दी जुकाम, खांसी, खराब गले, बुखार व पाचन को ठीक करने के लिए किया जा रहा है.
  • यदि आप अक्सर विभिन्न प्रकार की बीमारियों से ग्रस्त रहते हैं तो आपको अपनी प्रतिरक्षा को मजबूत करने की जरूरत है. इसके लिए आप रोजाना काढ़े का सेवन कर सकते हैं.
  • सुबह उठने के एक घंटे बाद या फिर शाम को चार से पांच बजे के बीच काढ़ा पीना फायदेमंद माना जाता है.
  • कोरोना से पहले तक काढ़ा सर्दियों में शरीर को गर्म रखने के लिए पिया जाता था.

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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