National Mathematics Day 2020: कई विद्वानों ने गणित में महत्वपूर्ण योगदान दिया था, जिनमें आर्यभट्ट, महावीर, ब्रह्मगुप्त, भास्कर शामिल थे. लेकिन, इन सबके अलावा केवल एक श्रीनिवास रामानुजन (Srinivasa Ramanujan) ही थे, जिसने बहुत कम उम्र में एक स्पष्ट प्रतिभा के लक्षण दिखाए थे. रामानुजन का जन्म 1887 में इरोड, तमिलनाडु में हुआ था और 12 साल की उम्र में, औपचारिक शिक्षा की कमी के बावजूद, उन्होंने त्रिकोणमिति में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया था और कई प्रमेयों का विकास भी किया था. अनंत श्रृंखला, अंशों, गणितीय विश्लेषण, संख्या सिद्धांत के बारे में उनके योगदान ने गणित में एक मिसाल कायम की. इसी वजह से उनके सम्मान मे हम गणितज्ञ की जयंती पर 22 दिसंबर को हर साल गणित दिवस (mathematics day) मनाते हैं.
गणित में योगदान
रामानुजन को उनके निरंतर अंशों (continued fractions) की महारत के लिए पहचाना गया था और उन्होंने हाइपरमेट्रिक श्रृंखला, रीमैन श्रृंखला, जेटा फ़ंक्शन और अण्डाकार अभिन्न अंग के कार्यात्मक समीकरणों पर काम किया था.
गणित दिवस का इतिहास
2012 में पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने चेन्नई में जयंती के अवसर पर आयोजित एक समारोह में 22 दिसंबर को राष्ट्रीय गणित दिवस (National mathematics day) के रूप में घोषित किया.
गणित दिवस का महत्व
इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य लोगों में गणित के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाना है. यह दिन देश की पीढ़ी के बीच सीखने के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण को बढ़ाने के लिए मनाया जाता है. इस दिन, गणितज्ञ, शिक्षक और छात्रों को शिविरों के माध्यम से प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है और संबंधित क्षेत्रों में गणित और अनुसंधान के लिए शिक्षण सामग्री (टीएलएम) के विकास और प्रसार पर प्रकाश डाला जाता है.
महान गणितज्ञ पर एक बायोपिक भी बनाई गई थी, जिसमें द मैन हू न्यू इन्फिनिटी में देव पटेल ने अभिनय किया था, जो 2015 में रिलीज़ हुई थी.
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