Krishna Janmashtami 2021 : जन्माष्टमी का व्रत रखने और नंदलाल का पूजन करने वालों के लिए ये सिर्फ एक त्यौहार भर नहीं है. कन्हैया के भक्तों का उत्साह वाकई ऐसा होता है कि घर में कोई नया नन्हा मेहमान आने वाला हो. जिसके स्वागत में पकवानों के थाल सज जाते हैं. पालना सजता है नए मेहमान के आगमन की तैयारियां होती हैं. और ये फिक्र भी कि जन्म के बाद बाल गोपाल का श्रृंगार कैसा होगा. उनके लिए नए वस्त्र और आभूषण आते हैं. एक वक्त था जब लड्डू गोपाल के लिए पारंपरिक डिजाइन में ही पोशाक आती है. पर समय के साथ बाल गोपाल के परिधान भी डिजाइनर हो चले हैं. अब जैसे चाहें वैसे बाल गोपाल को सजाएं और उनके जन्म का उत्सव मनाएं.
पारंपरिक परिधान
बाल गोपाल का श्रृंगार बिलकुल पारंपरिक तरीके से करना चाहते हैं तो उनके लिए वैसे ही वस्त्र लेकर आ सकते हैं. प्लेन कलर का बना हुआ चोला और उसके किनारे पर लगी हुई सुनहरे गोटे की पट्टी. सिर पर मोती जड़ा मुकुट और पारंपरिक मोर पंख. हाथ में पहनने के लिए मोती जड़े कंगन.
मोर पंख डिजाइन
कन्हैया को मोरपंख अतिप्रिय है. जन्माष्टमी के मौके पर उनके शीश पर मोर मुकुट तो सजाया ही जाता है. उनकी पोशाक का डिजाइन भी कुछ ऐसा होता है कि कान्हा फैले हुए मोरपंख के बीच विराजित नजर आते हैं. इस पोशाक के साथ सुनहरे रंग के कुंडल और कंगन से कान्हा का श्रृंगार होता है.
फूलों से लदकद पोशाक
कन्हैया की ड्रेस के घेर पर कढ़े हुए फूल या गुलाब की रंगबिरंगी ड्रेस भी भक्तों की पसंद में शुमार है. इस पोशाक को धारण करने के बाद कन्हैया किसी बगिया में पालना झूलते नजर आते हैं. इस ड्रेस के साथ आभूषण भी खास ही होते हैं. जिस तरह के फूल कान्हा की पोशाक में जड़े होते हैं वैसे ही फूलों के कुंडल और कंगन कान्हा पर खूब फबते हैं. और मुकुट कान्हा के इस रूप में चार चांद लगा देता है.
मोती जड़ा पीताम्बर
पीताम्बर यानि पीले वस्त्र लड्डू गोपाल को अतिप्रिय हैं. इस पर मोती जड़े हुए हों तो पोशाक की सुंदरता कुछ अलग ही नजर आती है. वैसे तो कान्हा को अलग अलग रंगों की या प्रिंट वाली ड्रेस पहनाने का भी चलन बढ़ गया है. इस पोशाक में जड़े मोती ड्रेस को नया ही रूप दे देते हैं. इसके साथ छोटे छोटे मोती से बने आभूषण से कान्हा का श्रृंगार होता है. खास बात ये है कि इस ड्रेस के साथ उपलब्ध मोरपंख में भी मोती जड़े होते हैं.
पोम पोम ड्रेस
पोम पोम डिजाइन इन दिनों ट्रेंड में है. कान्हा की पोशाक भी पोम पोम से सज जाए तो बुराई ही क्या है. बाजार में ऐसी बहुत सी डिजाइन उपलब्ध हैं जिसमें कान्हा के परिधान पर भी पोमपोम सजे होते हैं. ये पोमपोम कन्हैया की ड्रेस को बिलकुल आधुनिक रूप देते हैं. इस पोशाक के साथ कान्हा के आभूषण भी पोम पोम से बने होते हैं. छोटे छोटे दो पोम पोम से बने कुंडल, बांसुरी के एक सिरे पर लटकता पोमपोम. बाल गोपाल के रूप को और मोहक बना देता है.