Kashi Vishwanath Dham: जानिए काशी विश्वनाथ कॉरिडोर से जुड़ी 5 बड़ी बातें

काशी विश्वनाथ परियोजना से वाराणसी में पर्यटन को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है. यह कॉरिडोर बनने के बाद गंगा घाट से सीधे कॉ‍रिडोर के रास्‍ते बाबा विश्‍वनाथ के दर्शन किए जा सकते हैं. काशी विश्वनाथ मंदिर भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग में से एक है.

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Kashi Vishwanath Dham: एक बार फिर बाबा विश्वनाथ को छूते हुए प्रवाहित होंगी मां गंगा
नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) अपने निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी में आज 339 करोड़ रुपये के काशी विश्वनाथ कॉरिडोर प्रोजेक्ट (Kashi Vishwanath Corridor) के पहले चरण का उद्घाटन करने जा रहे हैं. यह कॉरिडोर बनने के बाद गंगा घाट से सीधे कॉ‍रिडोर के रास्‍ते बाबा विश्‍वनाथ के दर्शन किए जा सकते हैं. इसकी कुल लगात 900 करोड़ रुपए है. करीब सवा 5 लाख स्क्वायर फीट में बने काशी विश्वनाथ धाम को काशी विश्वनाथ कॉरिडोर भी कहा जाता है. इसमें छोटी बड़ी 23 इमारतें और 27 मंदिर हैं, इससे आप इसकी भव्यता का अंदाजा लगा सकते हैं. काशी विश्वनाथ परियोजना से वाराणसी में पर्यटन को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है. काशी को दुनिया के सबसे पवित्र शहरों में से एक माना जाता है. मान्यता है भगवान विश्वनाथ यहां ब्रह्मांड के स्वामी के रूप में निवास करते हैं. काशी विश्वनाथ मंदिर भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग में से एक है.

काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर परियोजना की 5 बड़ी बातें |  5 big things about Kashi Vishwanath Temple Corridor Project

  1. वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर (Kashi Vishwanath Temple) कॉरिडोर परियोजना (Corridor project) प्रतिष्ठित काशी विश्वनाथ मंदिर और गंगा नदी के घाटों को जोड़ती है.
  2. इस परियोजना का उद्देश्य घाटों और मंदिर के बीच तीर्थयात्रियों व भक्तों की आसान आवाजाही सुनिश्चित करना है, पहले उन्हें मंदिर तक पहुंचने के लिए भीड़-भाड़ वाले मार्गों से गुजरना पड़ता था. अब काशी विश्वनाथ मंदिर आने-वाले श्रद्धालुओं को गलियों और तंग संकरे रास्तों से नहीं गुजरना पड़ेगा
  3. परियोजना का पहला चरण (जिसका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) थोड़ी देर में उद्घाटन करेंगे) 339 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है. पहला चरण लगभग 5 लाख वर्ग फीट के क्षेत्र में फैला हुआ है और इसमें 23 भवन शामिल हैं.
  4. परियोजना (जिसकी आधारशिला 2019 में रखी गई थी) पर कुल मिलाकर लगभग 800 करोड़ रुपये खर्च होंगे. पीएम कार्यालय के अनुसार, लगभग 1,400 दुकानदारों, किरायेदारों और मकान मालिकों को स्थानांतरित किया गया था. इस परियोजना के अंतर्गत काशी विश्वनाथ मंदिर के आसपास 300 से अधिक संपत्तियों की खरीद और अधिग्रहण किए गए.
  5. 40 से अधिक प्राचीन मंदिरों को फिर से खोजा गया, उनका जीर्णोद्धार किया गया और उनका सौंदर्यीकरण किया गया. इसके साथ ही यह भी सुनिश्चित किया गया है कि मूल संरचना में कोई बदलाव न हो. 

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