सर्दी के मौसम अक्सर सर्दी-खांसी से परेशान लोगों को बार-बार छींक आती है. वैसे तो छींक (Sneezing) आना एक आम समस्या है, जो कभी भी किसी को किसी वक्त भी आ सकती है, लेकिन बार-बार आ रही छींक (Continuous Sneezing) आपको परेशान कर सकती है. आयुर्वेद में छींक कई बीमारियों की भी संकेत मानी जाती है. इसके कारण आप तो परेशान होते ही हैं, साथ ही आपके आसपास के लोगों को भी परेशान होती है. बार-बार आ रही छींक कभी-कभी सिर दर्द और चिड़चिड़ेपन का कारण बन सकती है. माना जाता है कि छींक, शरीर को एलर्जी से बचाने की एक स्वाभाविक प्रक्रिया है, लेकिन अगर किसी व्यक्ति को बार-बार छींक (How to stop sneezing) आती है तो यह व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता में कमी को दर्शाता है. ऐसे में आप कुछ घरेलू नुस्खों (sneezing remedy) की मदद से बार-बार आ रही छींक से छुटकारा पा सकते हैं.
छींक आने के कारण | Sneezing Causes
- मौसम में बदलाव.
- डियोडरेंट, कॉक्रोच की दवा या अन्य प्रकार के स्प्रे.
- दीवारों पर लगने वाले पेंट की गंध.
- प्रदूषण, धूल-मिट्टी और धुआं.
- पालतू जानवर के झड़े हुए बाल और उनकी गंध.
- किसी दवा के रिएक्शन के कारण छींक की समस्या हो सकती है.
छींक की समस्या के लक्षण | Sneezing Symptoms
- आंखों का लाल होना.
- नाक से लगातार पानी बहना.
- नाक में खुजली होना.
- सिर में दर्द और भारीपन.
- चिड़चिड़ापन.
- सूंघने की शक्ति का कम हो जाना.
छींक दूर करने के घरेलू उपचार | Home Remedies That Can Help Stop Sneezing
छींक से राहत पाने के लिए आप एक चम्मच अदरक का रस लें. इसमें आधा चम्मच गुड़ मिलाकर दिन में दो बार खाएं.
छींक से आराम पाने के लिए आप एक ग्लास गर्म पानी में एक चम्मच शहद और आधा चम्मच दालचीनी पाउडर मिलाकर पिएं.
इसके अलावा एक ग्लास पानी में एक चम्मच अजवाइन डालकर उबालें. गुनगुना होने पर छान लें और शहद मिलाकर पिएं.
छींक के इलाज में हल्दी बेहद फायदेमंद है. इसके लिए आप दूध में हल्दी डालकर पिएं. इसके अलावा आप भोजन में हल्दी का प्रयोग अवश्य करें.
छींक आने पर काली मिर्च के पाउडर को साथ तुलसी के पत्तों को मिलाकर चबाने से जल्द आराम मिल सकता है.
इसके अलावा आप तुलसी, अदरक और काली मिर्च को उबालकर इसका काढ़ा बनाकर भी पी सकते हैं.
बार-बार छींक आने की समस्या होने पर सेंधा नमक का सेवन करना चाहिए.
बता दें कि गर्म पानी पीने से भी छींक की समस्या से आराम मिल सकता है.
एंटी-ऑक्सीडेंट्स और एंटी-बैक्टीरियल गुणों स भरपूर आंवला से छींक की समस्या से आराम पाया जा सकता है. इसके लिए आप रोजाना 2 या 3 आंवला खाने की आदत डाल लें. आप चाहें तो इसे कच्चा या फिर जूस के रूप में इसका सेवन कर सकते हैं.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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