Happy New Year 2022 : साल 2021 गुजर चुका है. नए साल में प्रवेश से पहले जरूरी है कि कुछ नया रेसोल्यूशन ले लें. ताकि, न सिर्फ अपने लिए बल्कि दूसरों के लिए भी कुछ नया कर सकें. हो सकता है हर साल एक नया रेसोल्यूशन लेने का दस्तूर निभाते निभाते आप कुछ बुरी आदतें छोड़ चुके हों अपना नया रूटीन बना चुके हों. इस बार अगर ये कंफ्यूजन है कि क्या रेसोल्यूशन ले सकते हैं. या, फिर ऐसा क्या रेसोल्यूशन ले सकते हैं जो हर बार से हो थोड़ा अलग और कुछ बड़ा. तो, हम बता रहे हैं आपको कुछ रेसोल्यूशन आइडियाज, जिनसे आपको नए साल में एक नया संकल्प लेने में मदद मिल सकती है.
पेड़ लगाएं
इस बार नए साल पर पेड़ लगाने का संकल्प लें. घर के बाहर जगह नहीं है, पेड़ कहां लगाएं जैसे बहाने छोड़ कर ये तय कर लें कि पेड़ तो लगाना ही है. अब बस इसके लिए कम से कम जगह में तरीके तलाशना हैं. चाहें तो घर की छत पर रूफ टॉप गार्डन बनाएं या फिर गैलरी में हैंगिंग गार्डन बनाए. कोशिश करेंगे तो हर साल की तरह इस बार भी ये रिजॉल्यूशन पूरे कर सकेंगे.
कुछ क्रिएटिव करें
इस साल ये रेसोल्यूशन अपने लिए जरूर लें. अगर मोबाइल पर या सोशल मीडिया पर ज्यादा वक्त बिता रहे हैं तो उससे कम से कम एक घंटा चुरा कर अपनी क्रिएटिविटी पर जोर दें. सोचिए कि सोशल मीडिया नहीं होता तो आप क्या करते. जो भी आपकी हॉबी हो उसके लिए वक्त निकालें. आपकी ये क्रिएटिविटी आपको कई मानसिक परेशानियों से भी बचाएगी.
एक कदम सेहत की ओर
आप जिस भी उम्र के हों. चाहें आप जिमिंग करते हों या कोई और एक्टिविटी वॉक करने की आदत जरूर डालें. अगर कोई वर्कआउट नहीं करते तो भी आधा घंटा वॉकिंग के लिए जरूर निकालें. सुबह की ताजी हवा के साथ कदमताल न सिर्फ आपको फिट रखेगा बल्कि दिनभर के तनाव को झेलने के लिए मानसिक ताकत भी मजबूत करेगा. ये छोटा सा रेसोल्यूशन बड़े काम का साबित होगा.
परिवार के साथ वक्त बिताएं
घर पर ही रहते हैं तो हफ्ते में एक दिन परिवार के साथ कम से कम एक घंटा बिताने का संकल्प लें. इस दौरान न मोबाइल साथ हो न टीवी और न इनसे जुड़ी कोई बात हो. अगर बाहर रहते हैं तो हफ्ते में एक बार अपने माता-पिता को फुर्सत में कॉल करें और इत्मीनान से बात करें. ये आपके परिवार के स्नेह की जड़ें गहरी करेगा.
किताब पढ़ें
मोबाइल के दौर में किताबें कहीं किसी दराज में बंद हो कर रह गई हैं. इस साल उन दराजों को खोलकर किताबें बाहर निकालें. उनकी धूल झाड़ें और चाहें तो कुछ नई किताबें लें, लेकिन वक्त किताबों को जरूर दें. रीडिंग से नाता जुड़े रहना बेहद जरूरी है. इसस दिमाग भी एक्टिव रहेगा और आंखें भी सेहतमंद रहेंगी.