Friendship day 2021 : वैसे तो कई रिश्ते हमारी जिंदगी के इर्द-गिर्द घूमते हैं, उनमें से कुछ रिश्ते ऐसे होते हैं जिन्हें हम पूरी ईमानदारी और समझदारी के साथ निभाते हैं. उन्हीं में से एक बेहद प्यारा और खूबसूरत सा रिश्ता है जिसे हम दोस्ती कहते हैं. दोस्ती वो खूबसूरत एहसास है जो बीतते वक्त के साथ और भी गहरी हो जाती है. एक अच्छे और सच्चे दोस्त से हम अपने दिल की हर बात शेयर कर सकते हैं, उसके साथ समय गुजारने से लेकर उसके अच्छे और बुरे वक्त में साथ खड़े रहते हैं. कहते हैं कि भले ही कोई भी रिश्ता आप से अलग हो जाए लेकिन एक सच्चा दोस्त ही है जो कभी आपका साथ नहीं छोड़ता. इसी खास रिश्ते और खास बनाने के लिए अगस्त के पहले रविवार को फ्रेंडशिप डे मनाया जाता है. वैसे तो हमारे कई दोस्त होते हैं लेकिन बेस्ट फ्रेंड उन चुनिंदा दोस्तों में से होते हैं जो दिल की बेहद करीब रहते हैं, लेकिन करीबी रिश्तों को निभाना आसान काम नहीं है. कई बार अनजाने में हमारी कुछ आदतों से दोस्ती में दूरियां आ सकती है. अगर आप बेस्ट फ्रेंड बनाना चाहते हैं तो इन आदतों से आज ही करें तौबा.
1. रिश्तों में न देखें फायदा और नुकसान
दोस्ती का रिश्ता ऐसा होता है जिसमें फायदे या नुकसान की कोई गुंजाइश नहीं होती दोस्ती को फायदे और नुकसान की कसौटी पर तोड़ने से उनकी चरण कमजोर हो जाती है याद रखें दोस्ती में सिर्फ एक दूसरे के साथ, अपनेपन, Caring और शेयरिंग की जरूरत होती है.
2.डॉमिनेट करने की आदत
कुछ लोग नेचर से बेहद डोमिनेटिंग और Uncontrollable होते हैं. छोटी छोटी सी बात पर धौंस जमाने से लेकर अपने डोमिनेटिंग व्यवहार के चलते सामने वाले को छोटा महसूस कराने की आदत दोस्ती को खत्म कर सकती है. अगर आप किसी को अपना बेस्ट फ्रेंड बनाना चाहते हैं तो ये बहुत जरूरी है कि उसे आपके साथ कंफर्टेबल फील होना चाहिए. ये बात याद रखें कि करीबी से करीबी रिश्ता भी गलत व्यवहार के चलते मुर्झा जाता है.
3.Ego या Altitude
दोस्ती में इगो या एटीट्यूड की कोई जगह नहीं है. जैसे ही दो लोगों के बीच Ego Clashes होते हैं उसका सबसे पहले असर रिश्ते पर ही पड़ता है. दोस्ती बड़े छोटे, अमीरी गरीबी से बहुत ऊपर है, लेकिन जहां इसमें मज़हब, उम्र और गरीबी अमीरी की दीवार खड़ी की गई तो आपके दोस्ती के रिश्ते पर भी दीवार खड़ी हो जाएगी.
4. आलोचना करना
एक अच्छा और सच्चा दोस्त वही होता है जो अपने दोस्त को अच्छाई के साथ उसकी गलतियां भी बताए. ये जरूरी है कि एक सच्चे साथी की तरह आप अपने दोस्त को गलती पर टोके लेकिन उसको क्रिटिसाइज कर के इंसल्ट करना गलत है. कई बार हमें जो चीज सही लगती है जरूरी नहीं कि वो सामने वाले को भी सही लगेगी. सकारात्मक तौर पर किसी की गलतियां बताना सही है लेकिन उसको हर वक्त क्रिटिसाइज करना रिश्तो के टूटने की वजह बन सकता है.
5. सेल्फिश होना
दोस्ती के रिश्ता है भले ही खून का ना हो लेकिन उसमें फीलिंग्स, इमोशंस भरपूर होते हैं. जब कोई सेल्फिश हो जाता है तो वो सिर्फ अपने बारे में सोचता है और ये भूल जाता है कि सामने वाले का क्या बिगड़ रहा है. ऐसे दोस्त से दोस्ती निभाना लंबे समय तक मुश्किल होता है. सेल्फिश इंसान अक्सर अपने फ्रेंड्स और करीबियों को खो बैठता है. अगर आप भी अपने दोस्त के साथ अच्छा और लंबा रिश्ता निभाना चाहते हैं तो सेल्फिशनेस की आदत छोड़ दें.