yogasanas for eyesight : टीवी, मोबाइल, लैपटॉप- इन सबकी वजह से बढ़ता स्क्रीन टाइम खासतौर से आंखों की रोशनी पर असर डाल रहा है. स्क्रीन की ब्राइटनेस का असर आंखों की देखने की क्षमता पर असर डाल रहा है. नतीजा ये है कि बहुत कम उम्र में भी लोग चश्मा लगाने पर मजबूर हो रहे हैं. फिजिकल हेल्थ को बनाए रखने के लिए तो कई तरह के व्यायाम हैं. लेकिन आंखों के मामले में सभी लोग ये नहीं जानते कि किस तरह की एक्सरसाइज करके आंखों को सेहतमंद रखा जा सकता है. हम यहां आपको बता रहे हैं कुछ ऐसे योगासन जिन्हें आजमा कर आप अपनी आंखों को हेल्दी रख सकते हैं. ये ऐसे आसान हैं जिन्हें आप आसानी से अपने घर या ऑफिस में कर सकते हैं. इन योगासन की मदद से आपकी आंखें ढलती उम्र में भी सेहतमंद बनी रहेंगी.
हथेली से सिंकाई
आंखों की सीधे हीटिंग बैग से सिंकाई नहीं हो सकती. आप अपने हाथों की हथेलियों को आपस में रब करें. जब हथेलियों में थोड़ी गर्माहट महसूस हो, तब आंखें बंद करके हथेलियां पलकों पर रखें. इससे आंखों की सिंकाई होगी और उन्हें राहत मिलेगी. एक समय में कम से कम तीन बार ऐसा करें.
पलकें झपकाना
स्क्रीन देखते देखते अक्सर लोग पलकें झपकाना भूल जाते हैं. जबकि आंखों की मसल्स के लिए पलकों का झपकना बहुत जरूरी है. आप ध्यान की मुद्रा में बैठ जाएं. कुछ दूरी पर एक प्वाइंट तय करलें. उस बिंदू की तरफ देखते हुए आंखों को लगातार झपकाते रहें. एक बार में कम से कम बीस सेकंड तक पलकें झपकाएं. ऐसा कम से कम पांच बार करें. इससे आंखों में जरूरी नमी बनी रहेगी.
आंखें घुमाना
आंखों को लगातार गोल घुमाएं. ऐसा करते समय एक स्थान पर पाल्ती मारकर बैठें. दोनों हाथों को भी सामने की तरफ रखें. ये ध्यान रखें कि आंखों को तीन बार क्लोक वाइज घुमाएं तो तीन बार घड़ी की उल्टी दिशा में भी जरूर घुमाएं.
ऊपर नीचें करें
आंखों को रोटेट करना जितना जरूरी है उतना ही जरूरी ऊपर और नीचे देखना भी है. आखों को ऊपर की तरफ ले जाएं दस तक गिनती गिनने तक होल्ड करें. फिर नीचे की तरफ देंखे, गिनती गिनने तक होल्ड करें. इस प्रक्रिया को भी कम से कम पांच बार दोहराएं.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.