स्वतंत्रता दिवस 2021 : आजादी का उत्सव यानि 15 अगस्त को आयोजित होने वाले कार्यक्रम बेहद खास होते है. लेकिन कोविड ने परिस्थितियों को बदलकर रख दिया है, ऐसे में आप घर की छत पर ध्वजारोहण कर आजादी के पर्व को उत्साह के साथ मना सकते है.15 अगस्त का दिन हर भारतवासी (Indian) के लिए गर्व का दिन है. इस दिन हमारा प्यारा भारत आजाद हुआ था. भारत की आजादी के इस पर्व को हर साल उत्साह के साथ मनाया जाता है. सुबह के वक्त ध्वजारोहण का कार्यक्रम होता है. उसके बाद लोग अपनी सहूलियत के हिसाब से छोटी छोटी सी ट्रिप प्लान करते है. आजादी का सही मतलब होता है सबकी खुशी. किसी व्यक्ति की नहीं बल्कि पूरे देश की खुशी. जो सबके साथ रहने से मिलती है. लेकिन इस बार परिस्थिति कुछ अलग है. कोरोना संक्रमण अभी खत्म नहीं हुआ है. ऐसे में हम अपनी और दूसरों की सुरक्षा का भी ख्याल रखना होगा. आजादी के पर्व 15 अगस्त के दिन हमें पूरे देश की चिंता करनी है, हम सबको देश से कोरोना को खत्म करने का प्रण लेने के साथ ही घर में रहकर परिवार के साथ जश्न मनाना है.
ध्वजारोहण - हमारी जान तिरंगा है हमारी शान तिरंगा है. हर भारतीय के लिए तिरंगा उसका गर्व है. ऐसे में आजादी का उत्सव बिना ध्वजारोहण के संभव ही नहीं है. हर बार 15 अगस्त के दिन बड़े समारोह आयोजित किए जाते है. स्कूल्स और ऑफिस में सभी लोग मिलकर ध्वजारोहण करते है. लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण को देखते हुए घरों की छत पर सभी को मिलकर ध्वजारोहण करना चाहिए. आप ही सोचिए जब हर घर की छत पर तिरंगा लहराएगा तो क्या उससे खूबसूरत तस्वीर को दूसरी हो सकती है.
बच्चों को देशभक्ति फिल्में दिखाएं और उन्हें आजादी के बारे में बताएं - सुबह के वक्त ध्वजारोहण करने के बाद पूरा दिन आजादी का उत्सव मनाते हुए ही निकले ऐसी कोशिश करनी चाहिए. अब जब आप घर से बाहर नहीं जा रहे है तो घर में राष्ट्रभक्ति से प्रेरित फिल्मों को जरूर देखें और अपने अपनो बच्चों को इन फिल्मों को जरूर दिखाएं और उन्हें बताएं कि आजादी इतनी आसानी से नहीं मिली है. बच्चों को आजादी का मतलब बताएं और इस लड़ाई को जीतने वाले स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के बारे में भी बताएं.
पतंग उड़ाएं - 15 अगस्त के दिन जहां सुबह के वक्त छत पर ध्वजारोहण करने के बाद दिन में देशभक्ति से प्रेरित फिल्मों को देखने के बाद शाम के वक्त घर की छत पर तिरंगा रंग की पतंग उड़ाएं. आप सोचिए जब नीले आसमान में तिरंगे के तीन रंगों में रंगी पतंगें नजर आएगी, तो आसमान भी आजादी की उत्सव में सहभागी होता हुआ नजर आएगा.
पौधरोपण - ग्लोबल वार्मिंग के इफेक्ट से तो हम सब वाकिफ है. जिस तरह से बेमौसम बारिश हो रही है, समय से पहले गर्मी पड़ने लगती है. बर्फ कभी भी कहीं भी गिरना शुरू हो जाती है. ऐसे में ग्लोबल वार्मिंग से दुनिया को बचाने के लिए पौधरोपण ही एक विकल्प है. इसलिए आजादी के उत्सव यानि 15 अगस्त के दिन कोशिश करें कि एक पौधा जरूर लगाएं. क्योंकि यहीं पौधे कल पेड़ बनकर आपको ऑक्सीजन देगा. क्योंकि कोरोना की दूसरी लहर में ऑक्सीजन की असली कीमत क्या होती है इसके बारे में हम सब अच्छे से समझ चुके है.
भूखे को भोजन- आजादी की जश्न है तो आप कुछ पकवान जरूर बनाएंगे. बेहतर होगा कि इन पकवानों का परिवार के साथ आनंद लेने से पहले इनसे किसी भूखे का पेट भर दिया जाए. आजादी के मौके पर भूखे को भोजन कराने से अच्छा काम भला क्या हो सकता है.