Baba Ramdev ghee tips: भारतीय किचन में घी सिर्फ स्वाद बढ़ाने वाली चीज नहीं, बल्कि सेहत का खजाना है. दाल, रोटी, पराठा या हलवा...हमारे ज्यादातर पकवानों में घी का इस्तेमाल होता ही है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि अगर इसे सही तरीके से और सही समय पर खाया जाए, तो यह शरीर और दिमाग दोनों के लिए अमृत साबित हो सकता है? बाबा रामदेव का कहना है कि, सुबह खाली पेट शुद्ध गाय (benefits of cow ghee) का घी खाना कई बीमारियों से बचाव करता है और जीवनभर सेहतमंद रखता है.
पाचन को बनाए आसान (subah ghee khane ke fayde)
आयुर्वेद में घी को पौष्टिक और पचने में बेहद आसान माना गया है. बाबा रामदेव बताते हैं कि, सुबह खाली पेट 1–2 चम्मच घी लेने से पाचन तंत्र मजबूत होता है, कब्ज की समस्या कम होती है और शरीर दिनभर ऊर्जा से भरा रहता है.
दिमाग को बनाए तेज (Ayurveda ghee benefits)
हमारा दिमाग करीब डेढ़ किलो का होता है और इसके सही काम करने के लिए हेल्दी फैट्स जरूरी हैं. घी में मौजूद अच्छे फैटी एसिड दिमाग के न्यूरॉन्स को मजबूत बनाते हैं, जिससे मेमोरी पावर बढ़ती है और दिमागी थकान कम होती है. नियमित सेवन से पढ़ाई करने वाले बच्चों, ऑफिस में मानसिक मेहनत करने वालों और बुजुर्गों को खास फायदा होता है.
बीमारियों से बचाव और आंखों की रोशनी (morning ghee for health)
घी का सेवन अल्जाइमर जैसी दिमागी बीमारियों के खतरे को कम कर सकता है. इसमें मौजूद विटामिन A आंखों की रोशनी को बेहतर बनाने में मदद करता है और आंखों की ड्राइनेस को दूर करता है.
मजबूत मसल्स और जोड़ों का सहारा (ghee for brain and joints)
घी त्वचा को ग्लो देता है, ड्राइनेस कम करता है और शरीर में कैल्शियम मेटाबॉलिज्म को बेहतर बनाता है. इससे हड्डियां और मसल्स मजबूत होते हैं. यह जोड़ों के कार्टिलेज को घिसने से बचाता है, जिससे घुटनों और अन्य जोड़ों में दर्द कम होता है.
इम्यूनिटी का बूस्टर (ghee immunity booster)
घी शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है. रोजाना सेवन से सर्दी-जुकाम जैसी छोटी बीमारियों से लेकर गंभीर इंफेक्शन तक से लड़ने की ताकत मिलती है.
कैसे करें सेवन (Baba Ramdev ke Achook Upay)
सुबह खाली पेट 1–2 चम्मच शुद्ध गाय का घी हल्का गुनगुना कर लें. इसमें एक चुटकी सेंधा नमक डालें और फिर ऊपर से 1–2 गिलास गुनगुना पानी पिएं. यह तरीका शरीर को जल्दी डिटॉक्स करता है और पाचन को एक्टिव बनाता है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
ये भी पढ़ें:- क्या आप जानते हैं बिना खून पिए कितने दिन जिंदा रहते हैं मच्छर? जवाब चौंका देगा!