कोरोना महामारी (Corona Pandemic) से अब तो कुछ हद तक राहत है, लेकिन एक समय था जब इस महामारी ने सबको परेशानियों में डाल दिया था. वहीं, कोरोना की तीसरी लहर आने से एक बार फिर यह महामारी लोगों को परेशान कर सकती हैं. ऐसे में हर व्यक्ति पर इसे लेकर जिम्मेदारियां बढ़ जाती हैं. चाहें वो छोटा हो या बड़ा, आदमी हो या औरत, घर में रहने वाला हो या बाहर, हाउस वाइफ हो या फिर वर्किंग मां. इन सबको महामारी से डटकर मुकाबला करने के लिए हमेशा तैयार रहना है. ऐसे में आज हम वर्किंग मॉम को बता रहे हैं, कि वो किस तरह से अपने परिवार का ख्याल और ऑफिस का काम करते हुए इस महामारी से सामना कर सकती है.
सबसे पहले रखें अपना ख्याल
घर में रहने वाली मां से ज्यादा जिम्मेदारियां एक वर्किंग मां पर होती है. क्योंकि उसे ऑफिस का भी काम देखना होता है और घर की भी जिम्मेदारियां निभानी होती है. इतना सब कुछ करने के लिए पहले उसे खुद का ख्याल रखना होगा. जिससे वो सबका ख्याल रख पाएं और इम महामारी में चीजों को संभाल पाएं. घर में जब भी समय मिले परिवार के सभी सदस्योंं के साथ योगा करें.
परिवार से मांगे साथ-सहयोग
कोरोना जैसी महामारी चल रही हैं, ऐसे में आपको अपने काम और घर परिवार दोनों का ध्यान रखना है. लेकिन परिवार के साथ और सहयोग के बिना ऐसा होना संभव नहीं है. इसलिए कोरोना महामारी से मिलकर निपटने के लिए अपने परिवार से उनका साथ मांगे. जिससे की सब अपना और बड़े-बूढ़ों का ख्याल रखें.
परिवार के बड़े-बुजुर्गों को भी बना दें नेट फ्रेंडली
जरूरत है कि घर के बड़े-बूढ़ों को भी कुछ हद तक नेट फ्रेंडली व टेक्नो सेवी बना दिया जाए. इससे होगा ये कि बैंक या रोजमर्रा की शॉपिंग जैसे काम वे घर पर बैठे-बैठे ही कर सकेंगे और बाहर जाकर इंफेक्शन का खतरा कम होगा.
बच्चों से लीजिए प्रॉमिस
एक वर्किंग मां के लिए सबसे बड़ी चुनौती होती है काम करते हुए अपने बच्चों का ख्याल रखना. खबरों के अनुसार तीसरी लहर बच्चों को अपना शिकार बना सकती हैं. तो ऐसे में यह चुनौती और बड़ी हो जाती है. इसलिए अपने बच्चों को कोरोना से संबंधित और उससे बचने की सारी बातें बताएं और उन्हें निभाने के लिए उनसे वादा लें. जिससे वो उन सभी बातों को ध्यान में रखकर कोरोना प्रोटोकॉल के मुताबिक व्यवहार करे.
खुद भी रहें जागरूक
ऑफिस और घर की जिम्मेदारियां निभाते हुए आपको थकना नहीं है. किसी भी हालत में आपको सबसे ज्यादा जागरूक रहना है. बच्चे और परिवार वालों की बात अलग है, वो गलती कर सकते हैं, लेकिन आप पर उनकी जिम्मेदारी है, इसलिए आपको सचेत रहना है. ज्यादा कुछ नहीं ध्यान में रखते हुए सही और गलत को वॉच करते रहना है.
घर और ऑफिस में बैठाएं तालमेल
चाहें आप वर्क फ्रॉम होम कर रही हों या ऑफिस जा रही हों घर और ऑफिस में तालमेल बेहद जरूरी है. समय का नियोजन इस तरह से करें की ऑफिस के काम भी समय से पूरे हो जाएं और घर व परिवार को भी आप समय दे सकें.