देवभूमि वाराणसी में घूमने का अनुभव हर बार कुछ अलग होगा. इस प्राचीन शहर में आप जितनी बार जाएंगे आपको हमेशा कुछ नया करने के लिए मिलेगा. हर ट्रिप के साथ आप यहां की संस्कृति और लोगों के बारे में कुछ नया जानेंगे. वाराणसी को अब तक मां गंगा में डुबकी लगाने और धार्मिक पर्यटन के रूप में जानते होंगे. अब यहां के पर्यटन में एक नया अनुभव शामिल हो गया है. अबकी जब बनारस जाएं तो हॉट एयर बैलून की ट्रिप करें. ये हवाई ट्रिप आपको बनारस के ट्रैफिक जाम, गाड़ियों की चिल्ल पों और लोगों की भीड़ से दूर ये ट्रिप आपको बनारस के एक अलग ही रंग की सैर करवाएगी.
हवाई गुब्बारे की सैर
पुरानी संकरी गलियां, प्राचीन हिंदू मंदिर-मस्जिद, यहां के व्यंजन और बनारसी साड़ियां हमेशा से वाराणसी की पहचान और आकर्षण रही हैं. अपनी व्यस्तताओं में डूबे इस शहर की हलचल से दूर होकर इसकी हर गली, हर रंग को समझने का जरिया बनी हॉट एयर बैलून ट्रिप. हवा के गुब्बारे में सैर करते हुए, आकाश की ऊंचाइयों से इस शहर को देखना और समझना एक बहुत ही खूबसूरत अनुभव है. गर्म हवा से भरे ये गुब्बारे जब गंगा की लहरों के ऊपर पहुंचते हैं, तब उन ऊंचाइयों से नजर आते घाट, बनारस की गलियां, मंदिरों के गुंबद सब कुछ आपके दिल में घर बना लेते हैं.
क्या देख सकते हैं आप?
हॉट एयर बैलून से वाराणसी का नजारा करना आपके लिए एक शानदार अनुभव होगा. शाम के वक्त ट्रैफिक जाम में उलझे शहर से दो चार होना, फिर सुबह जल्दी जागना. काम की ये सब व्यस्तताएं आप गंगा किनारे कतारबद्ध हुए हॉट एयर बैलून्स को देख कर भूल जाएंगे. रंग बिरंगे गुब्बारों की खूबसूरत कतारों से गंगा किनारे की धरती भी खिली खिली नजर आएगी. थोड़ी बहुत टिप्स देने के बाद शुरू होगा आपका हॉट एयर बैलून्स का सफर. जो पहले ऊंचाई से गंगा किनारे बसे बनारस के असली मिजाज से मुलाकात कराएगा. गुब्बारा आगे बढ़ता जाएगा और आप देख सकेंगे है और बनारस के अलग अलग रंग. गंगा की लहरों पर चमकती सूरज की किरणों के साथ आप धीरे धीरे गंगा के घाट के पहुंचेंगे. यहां से नजर आएगी भक्तों की भीड़. जो गंगा के घाट पर पावन डुबकी लगा रहे होंगे. कुछ मंदिरों में दर्शन कर रहे होंगे. और फिर घाट के पास स्थित श्मशान घाट में जीवन का आखिरी सफर भी दिखाई देगा. यूं ही हवा से बात करते हुए ये विशाल गुब्बारा आपको बनारस के प्रसिद्ध काशी विश्वनाथ मंदिर के पास ले जाएगा.
बनारस का असली ‘रस'
गर्म हवा का ये गुब्बारा कोहरे को चीरते हुए आगे उड़ता जाता है. यहां से आपको बनारस के कुछ और रंग भी दिखाई देंगे. अपनी प्राचीन वास्तुकला के साथ सिर उठाए खड़े कुछ और मंदिरों की झलक नजर आएगी. साथ ही आप कुछ पुरानी हवेलियां भी देख पाएंगे जो अपने अतीत पर इठलाती हुई आज भी बुलंद नजर आती हैं. हवा से बात करते हुए बनारस की भीड़ भाड़ से भरी कुछ तंग गलियां भी नजर आएंगी. भीड़ से दो चार हुए बिना बनारस को इस तरह देखना एक खास अनुभव है.