रक्षाबंधन का त्योहार आना वाला है, इस त्योहार के साथ ही देश में त्योहारों का मौसम आ जाएगा. त्योहार हैं तो उपहार तो बनता ही है, इस बार युवाओं को नौकरी का उपहार मिलेगा. एक रिपोर्ट के मुताबिक दूसरी छमाही में बैंकिंग, फाइनेंशियल सर्विसेज और इंश्योरेंस में 50 हजार नौकरियां आने की उम्मीद है. त्योहारों के मौके पर देश में बंपर नौकरियां आएंगी. ये जानकारी स्टाफिंग कंपनी टीमलीज सर्विसेज (TeamLease Services) की एक रिपोर्ट में सामने आई है. रिपोर्ट में कहा गया है कि उपभोक्ता खर्च में बढ़ोतरी और अर्थव्यवस्था में विश्वास के कारण बीएफएसाई ( BFSI) सेक्टर में पहले से ही क्रेडिट कार्ड की बिक्री, पर्सनल फाइनेंस और रिटेल इंश्योरेंस में लगातार वृद्धि हो रही है. बढ़ी हुई फाइनेंशियल गतिविधि की वजह से इस साल की छमाही में लगभग 50 हजार अस्थायी नौकरियों की संभावना है. बता दें कि यह रिपोर्ट बाजार की मांग, इंडस्ट्री में नौकरी के मौके और इंडस्ट्री सेंटिमेंट पर आधारित है.
इन शहरों में बढ़ती मांग
त्योहारों के मौके पर अस्थायी कर्मचारियों की मांग अहमदाबाद, पुणे, बेंगलुरु, कोलकाता जैसे शहरों में ही नहीं बल्कि विशाखापत्तनम, मदुरै, लखनऊ, चंडीगढ़, अमृतसर, भोपाल और रायपुर जैसे शहरों में भी बढ़ती है. बीएफएसआई सेक्टर में अस्थायी पदों पर नियुक्ति पहले दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और बेंगलुरु जैसे शहरों में होती थी, लेकिन पिछले कुछ सालों में कर्मचारियों की मांग कोलकाता, पुणे जैसे शहरों में भी बढ़ी है.
50,000 से ज्यादा की मांग
टीमलीज सर्विसेज के वाइस प्रेसिडेंट और बिजनेस हेड (BFSI) कृष्णेंदु चटर्जी ने कहा कि हम अगले 5-6 महीनों में डायनामिक जॉब मार्केट के लिए तैयार हैं. पिछले महीने से, हमने अस्थायी कर्मचारियों के लिए लगभग 25,000 नौकरियों के अवसर देख रहे हैं और हमें उम्मीद है कि इस साल की दूसरी छमाही में ये संख्या बढ़कर 50,000 से अधिक हो जाएगी. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पहले बीएफएसआई सेक्टर में अस्थायी नौकरियां महानगरीय क्षेत्रों तक केंद्रित थी, लेकिन अब अहमदाबाद, सूरत, नासिक और कानपुर जैसे शहरों में भी ई-कॉमर्स, रिटेल लोन, बीमा सेवाओं में मांग बढ़ी है.
बीएफएसआई सेक्टर में अस्थायी कर्मचारियों की कमाई पिछले साल की तुलना में इस साल 7 से 10 फीसदी बढ़ी है. रिपोर्ट में कहा गया है कि त्योहारी सीजन में ई-कॉमर्स, रिटेल, कंज्यूमर, इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटोमोबाइल ही नहीं बल्कि क्रेडिट कार्ड, पर्सनल लोन और बीमा प्रोडक्ट में तेजी आने की संभावना है.