Agniveers Time Period: अग्निपथ योजना के तहत होने वाली अग्निवीरों की भर्ती को लेकर कुछ अहम बदलाव होने वाले हैं. इस योजना के तहत तीनों सेनाओं में भर्ती की जाती है, अग्निवीरों का मौजूदा चार साल के कार्यकाल को बढ़ाकर 6-8 साल करने पर विचार किया जा रहा है. मिली जानकारी के मुताबिक, रक्षा मंत्रालय अग्निपथ योजना को और भी बेहतर बनाने पर काम कर रहा है. अग्निवीरों का पहला बैच जून 2026 में कार्यमुक्त होने की संभावना है. इसलिए इस योजना में बदलाव करने की तैयारी की जा रही है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, तीन बातों पर विचार किया जा रहा है, एक स्थाई अग्निवीरों का प्रतिशत बढ़ान की बात कही जा रही है. इसके अलावा कार्यकाल बढ़ाने को लेकर चर्चा हो रही है. और तीसरा चार साल बाद जो अपने कार्य से मुक्त हो जाएंगे उनके लिए सुविधाओं को बढ़ाने की बात पर भी चर्चा हो रही है. चार साल के बाद 25 प्रतिशत स्थाई होने वाले अग्निवीरों के प्रतिशत को कितना बढ़ाया जाएगा इसकी जानकारी फिलहाल नहीं दी गई है.
क्या है अग्निवीर भर्ती योजना
अग्निपथ योजना के तहत इंडियन आर्मी, नेवी और एयरफोर्स में जवानों की भर्ती 4 साल के लिए की जाती है, जिसमें 4 साल की सेवा के बाद 75 प्रतिशत सैनिकों को अपने कार्य से मुक्त कर दिया जाता है, बाकि 25 प्रतिशत सैनिकों को स्थाई तौर पर नियुक्त किया जाता है.
अग्निवीरों की सैलरी
हर अग्निवीर को भर्ती के पहले साल 30 हजार महीने सैलरी मिलती है. दूसरे साल यही सैलरी बढ़कर 33 हजार हो जाती है. तीसरे साल 36,500 और चौथे साल 40 हजार रु तक कर दी जाती है. चार साल बाद अग्निवीर की तरफ से सेवा निधि फंड में 5.02 लाख और सरकार की तरफ से 5.02 लाख रुपये जमा कराए जा चुके होंगे. यानी 10.4 लाख रु जमा होने के बाद उसपर ब्याज के साथ 11.71 लाख रुपये मिलेंगे.
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