UPSC के इंटरव्यू को पर्सनालिटी टेस्ट भी कहा जाता है. कई उम्मीदवारों के लिए सबसे मुश्किल फेज होता है. अक्सर लोग सोचते हैं कि इसमें कितने सवाल पूछे जाएंगे, माहौल कैसा होगा और बोर्ड क्या देखता है. सच ये है कि UPSC इंटरव्यू किसी तय पैटर्न में बंधा नहीं होता. यहां न तो सवालों की संख्या फिक्स होती है और न ही सिर्फ किताबी ज्ञान पर जोर दिया जाता है. ये इंटरव्यू आपकी सोच, डिसिजन मेकिंग, ईमानदारी और एडमिनिस्ट्रेटिव स्किल्स को परखने के लिए होता है. इसलिए इसे डरने की बजाय समझदारी से लेने की जरूरत होती है.
इंटरव्यू रूम का माहौल
इंटरव्यू एक औपचारिक कमरे में होता है. सामने एक चेयरपर्सन और 3-4 सदस्य होते हैं. जिन्हें मिलाकर बोर्ड कहा जाता है. माहौल गंभीर होता है जिसे देखकर कई बार केंडिडेट टेंस हो जाते हैं. हालांकि बोर्ड आपको सहज महसूस कराने की कोशिश करता है, ताकि आपकी असली पर्सनालिटी सामने आ सके.
कमरे में प्रवेश कैसे करें
जब आपका नाम पुकारा जाए, तो दरवाजा खटखटाकर रिक्वेस्ट करें,
‘क्या मैं अंदर आ सकता/सकती हूं?'
बोर्ड की परमिशन मिलने पर ही अंदर जाएं. अंदर जाकर समय के अनुसार ग्रीट करें, मसलन गुड मॉर्निंग, गुड आफ्टरनून या गुड इवनिंग. जब बैठने के लिए कहा जाए, तो ‘थैंक यू सर/मैम' कहकर बैठें. ये छोटी छोटी बातें आपके मेनर्स को दिखाती हैं.
ऐसे हो सकते हैं सवाल
पर्सनल सवाल
आपका नाम, नाम का मतलब, परिवार, होमटाउन, हॉबीज और बैकग्राउंड से जुड़े प्रश्न.
एजुकेशन से जुड़े सवाल:
ग्रेजुएशन का सब्जेक्ट, पसंदीदा टॉपिक, प्रोजेक्ट्स या बेसिक कॉन्सेप्ट्स.
करंट अफेयर्स सवाल:
देश-दुनिया की ताजा घटनाएं, सरकारी नीतियां और उन पर आपकी राय पूछी जा सकती है.
सिचुएशनल सवाल:
इमेजनरी सिचुएश दी जा सकती हैं, ताकि ये देखा जा सके कि आप उन पर कैसे रिएक्ट करते हैं.
कितने होंगे सवाल?
सवालों की संख्या तय नहीं होती. आमतौर पर 15 से 20 या उससे भी ज्यादा सवाल हो सकते हैं. कई बार एक जवाब से ही अगला सवाल निकल आता है. इसीलिए पूरी तैयारी करके जाना जरूरी होता है और जवाब देने से पहले उसमें छिपे सवालों का जवाब भी पता होना चाहिए.
DAF क्यों है सबसे अहम
आपका DAF यानी Detailed Application Form इंटरव्यू का बेस होता है. उसमें लिखी हर जानकारी से सवाल बन सकते हैं. इसलिए उसकी पूरी तैयारी बेहद जरूरी है. याद रखें, UPSC का इंटरव्यू आपके नॉलेज के साथ साथ आपकी पर्सनेलिटी को भी परखता है.