उत्तर प्रदेश में राज्य अध्यापक पुरस्कार के नियमों में बदलाव को मंत्रिमंडल ने मंगलवार को मंजूरी दे दी है और इसके तहत अब शिक्षकों को विषयवार, वर्गवार 18 पुरस्कार दिए जाएंगे. राज्य के वित्त व संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना (Suresh Khanna) ने मंगलवार को मंत्रिमंडल की बैठक के बाद पत्रकारों को बताया कि प्रदेश में राज्य अध्यापक पुरस्कार के नियमों में बदलाव को मंत्रिमंडल ने मंजूरी दे दी है. उन्होंने बताया कि, राज्य अध्यापक पुरस्कार की पूर्व की व्यवस्था में परिवर्तन किया गया है और इस वर्ष पांच सितंबर (शिक्षक दिवस) को यह पुरस्कार वितरित नहीं किया जाएगा. आगे उन्होंने बताया कि पुरस्कार नयी व्यवस्था के अनुरूप जल्द वितरित किए जाएंगे. प्रशकार वितरण की तारीख की घोषणा अभी नहीं की गई है.
खन्ना ने बताया कि संशोधित नीति में 18 पुरस्कार निर्धारित किए गए हैं. उन्होंने बताया कि निर्धारित पुरस्कारों में दो-दो पुरस्कार प्रधानाचार्य और प्रधानाध्यापक तथा शेष 14 पुरस्कार शिक्षक के लिए विषयवार, वर्गवार निर्धारित किए गए हैं.
इसमें प्रधानाचार्य पद के लिए दो, प्रधानाध्यापक पद के लिए दो, भाषा शिक्षक के लिए तीन, गणित शिक्षक-दो, विज्ञान वर्ग-तीन, मानविकी वर्ग के लिए तीन, कृषि, वाणिज्य कला और संगीत तथा व्यायाम शिक्षक के लिए तीन पुरस्कार निर्धारित किए गए हैं.
मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि पहले की व्यवस्था में इस तरह के मानक निर्धारित नहीं थे. इस पुरस्कार के चयन के लिए अर्हता का भी निर्धारण किया गया है और वास्तव में जो शिक्षक सही मायने में परिणाम दे सकेंगे और जो वास्तविक रूप से शिक्षण कार्य में लगे हैं, उन्हीं को पुरस्कृत किया जाएगा. उन्होंने कहा कि इससे लोगों को बेहतर शिक्षण कार्य की प्रेरणा मिलेगी.