Medical Seat: विदेश में मेडिकल की पढ़ाई करने की इच्छा रखने वाले स्टूडेंट्स के लिए अच्छी खबर है. दरअसल चेन्नई, 7 मई चेन्नई में रूसी संघ के महावाणिज्यदूत वैलेरी खोडझाएव ने बुधवार को कहा कि रूसी विश्वविद्यालयों में मेडिकल कोर्स करने के इच्छुक छात्रों की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए लगभग 2,000 एक्स्ट्रा सीटें जोड़ी गई हैं. उन्होंने एक कार्यक्रम में कहा कि विदेश में मेडिकल की पढ़ाई करने के इच्छुक भारतीय छात्रों के लिए रूस टॉप में बना हुआ है और रूसी विश्वविद्यालयों की दुनिया भर में हायर एजुकेशन में गुणवत्ता वाली मेडिकल शिक्षा देने के लिए जाना जाता है.
इतनी सीटें बढ़ाई गई हैं
उन्होंने कहा कि हर साल मेडिकल कोर्स करने वाले भारतीय छात्रों की संख्या बढ़ने के साथ, रूस ने 2024 तक सीटों की संख्या 8,000 से बढ़ाकर 10,000 कर दी है. सीटों में यह बढ़ोतरी रूस में मेडिकल शिक्षा की बढ़ती मांग को बताती है. फिलहाल रूक एकमात्र विदेशी देश है जो विदेश में मेडिकल शिक्षा के लिए भारत के राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग के नवीनतम मानदंडों का पूरी तरह से अनुपालन कर रहा है.
छात्रों को हर मेडिकल सुविधा दी जाएगी
पिछले 60 सालों से भारत के छात्रों को रूसी विश्वविद्यालयों में एडमिशन मिल रहा है. विदेश में मेडिकल की पढ़ाई करने के इच्छुक भारतीय छात्रों के लिए रूस पहली पसंद रही है. हर साल, हजारों भारतीय छात्र ग्लोबल पर मान्यता प्राप्त और सस्ती शिक्षा प्राप्त करने के लिए रूस जाते हैं. उन्होंने कहा, "व्यापक पाठ्यक्रम, अच्छे फैक्लटी और एडवांस्ड सुविधाओं के साथ, रूसी विश्वविद्यालय चिकित्सा शिक्षा प्राप्त करने वाले भारतीय छात्रों के लिए एक मजबूत शिक्षण वातावरण प्रदान करते हैं.
जल्द शुरू होगा मेडिकल प्रोग्राम
रूसी हाउस के वाइस काउंसलर और निदेशक अलेक्जेंडर डोडोनोव ने कहा, "अतीत की तरह, रूसी सरकार का वार्षिक 100 प्रतिशत स्कॉलरशिप प्रोग्राम इस साल भी 200 भारतीय छात्रों को अनुदान प्रदान करेगा. इससे वे रूस के अच्छे विश्वविद्यालयों में यूजी, पोस्ट ग्रेजुएट , स्पेशली और स्नातकोत्तर कार्यक्रमों को फ्री करने में करने में सक्षम होंगे. शैक्षणिक वर्ष 2025-26 के लिए अखिल भारतीय रूसी शिक्षा मेला 10 और 11 मई को शहर के रूसी विज्ञान और संस्कृति केंद्र में आयोजित किया जाएगा. कोयंबटूर, सलेम और तिरुचिरापल्ली में भी इसी तरह के आयोजन की योजना बनाई गई है.
इस मेले में विज्ञान, प्रौद्योगिकी और इंजीनियरिंग संस्थानों की भागीदारी भी होगी, जो जैव प्रौद्योगिकी, Artificial Intelligence और डेटा साइंस जैसे लेटेस्ट फील्ड में कार्यक्रम पेश करते हैं. प्रेस रिलीज में कहा गया है कि वोल्गोग्राड स्टेट मेडिकल यूनिवर्सिटी, इमैनुअल कांट बाल्टिक फेडरल यूनिवर्सिटी, कज़ान स्टेट मेडिकल यूनिवर्सिटी, नेशनल रिसर्च न्यूक्लियर यूनिवर्सिटी, मॉस्को एविएशन इंस्टीट्यूट और मॉस्को स्टेट रीजनल यूनिवर्सिटी उन संस्थानों में शामिल हैं, जिनके मेले में भाग लेने की उम्मीद है.
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