राष्ट्रीय प्रतिभा खोज परीक्षा (एनटीएसई) का संचालन करने वाले राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद ने अगले आदेश तक योजना के कार्यान्वयन को रोक दिया है. शिक्षा मंत्रालय द्वारा पूर्ण रूप से वित्त पोषित केंद्रीय क्षेत्र की योजना को 31 मार्च, 2021 तक अनुमोदित किया गया था. इस संबंध में जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि इस योजना के आगे कार्यान्वयन को मंजूरी नहीं दी गई है और इसलिए योजना को अगले आदेश तक रोक दिया गया है.
नौकरी/रोजगार से जुड़ी न्यूज़ पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
शैक्षिक सर्वेक्षण प्रभाग के एक बयान में कहा गया है, "राष्ट्रीय प्रतिभा खोज योजना एक केंद्रीय क्षेत्र की योजना है जो पूरी तरह से शिक्षा मंत्रालय (एमओई), भारत सरकार (भारत सरकार) द्वारा वित्त पोषित है. एनसीईआरटी एनटीएस योजना के लिए एक कार्यान्वयन एजेंसी है”.
एजुकेशन न्यूज़ के लिए यहां क्लिक करें
इसमें आगे कहा गया है: "योजना को 31 मार्च, 2021 तक अनुमोदित किया गया था. योजना के आगे के कार्यान्वयन को उसके वर्तमान स्वरूप में अनुमोदित नहीं किया गया है और अगले आदेश तक रोक दिया गया है."
यह योजना वर्ष 1963 में शुरू की गई थी और प्रतिभाशाली छात्रों की पहचान और उन्हें छात्रवृत्ति प्रदान करने के लिए इसकी शुरुआत की गई थी. वर्तमान योजना के तहत उम्मीदवारों को डॉक्टरेट स्तर तक विज्ञान और सामाजिक विज्ञान में पाठ्यक्रम और चिकित्सा और इंजीनियरिंग जैसे प्रोफेशनल कोर्स में द्वितीय-डिग्री स्तर तक पाठ्यक्रम करने के लिए छात्रवृत्ति प्रदान की जाती है.