MCQs परीक्षा भारत के छात्रों की कौशल और रचनात्मक सोच को बना रही है कमजोर, जानें पूरा सच!

आज देश में राष्ट्रिय स्तर की परीक्षा MCQs के रूप में ली जाती हैं जिससे उम्मीदवारों की सोच और कौशल का सही ढंग से परिक्षण नहीं हो पाता. इस तथ्य की सच्चाई आज हम इस लेख में जानेंगे.

विज्ञापन
Read Time: 10 mins
भारत में केंद्रीय विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट, या CUET - के लिए पंजीकृत छात्रों की संख्या अब जेईई मेन परीक्षा के लिए पंजीकृत छात्रों की संख्या को पछाड़ते हुए दूसरे नंबर पर हो गई है.
नई दिल्ली:

आज के दौर में बहुविकल्पीय प्रश्न, या MCQ, प्रारूप भारत में छात्र के प्रदर्शन का आकलन करने का एक लोकप्रिय माध्यम बन गया है और इसी वजह से परीक्षा के अन्य तरीके खत्म होते नजर आ रहे हैं. इसका मुख्य कारण मूल्यांकन में होने वाली सुविधा और गति है जिसे एक कंप्यूटर द्वारा आसानी से संचालित किया जा सकता है. यही कारण है कि इसे लाखों उम्मीदवारों द्वारा लिए जाने वाले अखिल भारतीय प्रवेश परीक्षाओं का समर्थन भी मिला है. भारत में केंद्रीय विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट, या CUET - के लिए पंजीकृत छात्रों की संख्या अब जेईई मेन परीक्षा के लिए पंजीकृत छात्रों की संख्या को पछाड़ते हुए दूसरे नंबर पर हो गई है.

स्वतंत्र सोच

MCQ प्रारूप साइंटिफिक अंधविश्वास को बढ़ावा देता है कि कंप्यूटर मानव से अच्छा परिणाम दे सकता है.लेकिन यह बात तो साफ है कि सही न होने पर भी यह काफी  लोकप्रिय हो गया है. आज माध्यमिक, उच्चतर माध्यमिक और यहां तक कि स्नातक स्तर की परीक्षाएं भी एमसीक्यू प्रारूप को धीरे-धीरे अपना रही हैं. एमसीक्यू में केवल एक ही हल को उत्कृष्ट माना जाता है, इसमें न कोई विश्लेषण और न ही कोई व्याख्यान होती है. 

एमसीक्यू सिंड्रोम

एक उचित शिक्षा प्रणाली को बनाए रखने की चुनौती से मुक्त, अधिकारी स्वयं इसकी सलाह देते हैं जिसे "एमसीक्यू सिंड्रोम" कहा जा सकता है. जिसके परिणाम पारंपरिक रूप से उचित नहीं माने जा सकते हैं. एमसीक्यू आधारित परीक्षा से किसी छात्र के उचित ज्ञान, रचनात्मक रूप से सोचने की क्षमता का आकलन नहीं किया जा सकता है.

Advertisement

चावल का उत्‍पादन 120 लाख टन तक घटने का अनुमान, टुकड़ा चावल के निर्यात पर प्रतिबंध 

Featured Video Of The Day
Aasaduddin Owaisi Solapur Rally: Police के Notice पर ओवैसी का मजेदार भाषण | AIMIM | NDTV India
Topics mentioned in this article