Haryana CET Exam 2025: हाल ही में हरियाणा में सीईटी परीक्षा का आयोजन किया, जिसके लिए सरकार ने पूरी सख्ती से एग्जाम कराने की तैयारी की थी. लेकिन सख्ती के कारण कई बार निर्दोष को सजा मिल जाती है. ऐसा ही मामला आया है, CET परीक्षा में जुड़वा बहनों के लिए परीक्षा देना एक गुनाह बनता नजर आया. रतिया के गांव सहनार निवासी जुड़वा बहनें ज्योति और मलिका इस अजीबोगरीब स्थिति का शिकार बनीं, जहां पुलिस सत्यापन के नाम पर उन्हें पुलिस लाइन ले आई, जहां लंबे समय इंतजार के बाद उन्हें वेरिफिकेशन के बाद जाने दिया गया.
जुड़वा होने के कारण पुलिस ने किया घंटों वेरिफिकेशन
दरअसल, ज्योति का पेपर परीक्षा के पहले दिन था, लेकिन जब दूसरे दिन मलिका परीक्षा देने पहुंची तो दोनों बहनों को पुलिस लाइन बुला लिया गया. वहां वेरिफिकेशन की प्रक्रिया के बाद ही जुड़वा बहनों को वापस छोड़ा गया.
सिरसा में इसी तरह का एक और मामला फतेहाबाद जिले के गांव पीलीमंदोरी निवासी जुड़वा बहनों का सामने आया , जहां खुशबू और मुस्कान नाम की जुड़वा बहनों को भी इसी समस्या का सामना करना पड़ा. खुशबू का पेपर सुबह था जबकि मुस्कान का पेपर शाम के स्लॉट में. मुस्कान का पेपर खत्म होने तक खुशबू को पुलिस लाइन में रोके रखा गया.
परीक्षा में ऐसे माहोल से तैयारी बेकार हो जाती है
इस पूरे घटना से दुखी दोनों परिवारों ने अपनी परेशानी बताई. शेर सिंह ने कहा कि उनकी बेटियों ने पूरी मेहनत से परीक्षा की तैयारी की थी, लेकिन परीक्षा केंद्र पर इस तरह की असुविधा का सामना करना उनके आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाने वाला है. वहीं पीलीमंदोरी निवासी सुमन देवी ने सरकार से आग्रह किया है कि भविष्य में ऐसी परेशानियों से बचने के लिए जुड़वा बच्चों का विशेष सत्यापन पेपर से पहले ही कर लिया जाए और उन्हें सर्टिफिकेट जारी किया जाए, ताकि परीक्षा केंद्र पर इस तरह की अपमानजनक स्थिति उत्पन्न न हो.
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