CUET 2022 : अब प्रवेश-पत्र पर बीती हुई तारीख से बढ़ी छात्रों की मुश्किलें

स्नातक पाठ्यक्रमों के लिए सामान्य विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा (सीयूईटी) की तैयारी में लगे कई अभ्यर्थी दावा कर रहे हैं कि उनके प्रवेश पत्रों में लिखी परीक्षा की तारीख बीत चुकी है जबकि पहले उन्हें दूसरी तारीख बतायी गयी थी.

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छात्र परीक्षा में बैठने का एक और मौका देने का अनुरोध करते हुए राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) का रुख कर रहे हैं. 
नई दिल्ली:

स्नातक पाठ्यक्रमों के लिए सामान्य विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा (सीयूईटी) की तैयारी में लगे कई अभ्यर्थी दावा कर रहे हैं कि उनके प्रवेश पत्रों में लिखी परीक्षा की तारीख बीत चुकी है जबकि पहले उन्हें दूसरी तारीख बतायी गयी थी. परीक्षा आयोजित काने वाली संस्था राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) ने अभ्यर्थियों से कहा है कि वे घबराएं नहीं और उन्हीं तारीखों के हिसाब से तैयार रहें जो उन्हें पहले बताई गयी हैं, वहीं उनके प्रवेश पत्रों पर जल्द ही सही तारीख अंकित कर दी जाएगी. 

पहली बार आयोजित हो रही सीयूईटी शुरू से विवादों में रही है और इसमें खामियों के कारण अभी तक कई केंद्रों पर परीक्षा रद्द करनी पड़ी है.  यह परीक्षा छह चरणों में विभाजित है. 

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बहरहाल, कई उम्मीदवारों के लिए परीक्षा की तारीखें नए सिरे से जारी करने और परीक्षा केंद्र के लिए शहर की पसंद के विकल्प ने कई छात्रों को चिंता में डाल दिया है क्योंकि उनके प्रवेश पत्र और परीक्षा केंद्र वाले शहरों की सूचना देने वाली पर्चियों में अलग ही तारीखें लिखी हुई हैं. 

छात्र परीक्षा में बैठने का एक और मौका देने का अनुरोध करते हुए राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) का रुख कर रहे हैं. 

राजस्थान में जोधपुर के युवराज सिंह चौहान को बताया गया कि उनकी परीक्षा 10 अगस्त को होनी थी.  जब उन्होंने सात अगस्त को अपना प्रवेश पत्र डाउनलोड किया तो वह यह देखकर चौंक गये कि उनकी परीक्षा की तारीख छह अगस्त अंकित थी जो पहले ही बीत चुकी है. 

उन्होंने कहा, ‘‘प्रवेश पत्र परीक्षा से बहुत ज्यादा वक्त पहले उपलब्ध नहीं होते हैं.  अगर परीक्षा की तारीख बदली जाती है तो कुछ सूचना तो देनी चाहिए.  मेरी परीक्षा की तारीख पहले ही बीत चुकी है और मैं फिर से परीक्षा कराने का अनुरोध करते हुए एनटीए को ईमेल कर रहा हूं लेकिन मुझे उनका कोई जवाब नहीं मिला है. ''

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उत्तर प्रदेश में बलरामपुर के अतुलसेन सिंह यादव की भी यही समस्या है.  उन्होंने कहा, ‘‘मेरी परीक्षा की तारीख बदलकर 30 अगस्त की गयी थी क्योंकि मैंने अपनी पसंद के शहर (बलरामपुर) को ही रखा था लेकिन जब आज मैंने प्रवेश पत्र डाउनलोड किया तो उस पर परीक्षा की तारीख 17 अगस्त लिखी हुई थी, जो कि गुजर चुकी है. ''

यूजीसी के अध्यक्ष एम जगदीश कुमार ने कहा कि जिन छात्रों की शिकायतें हैं, उन्हें अपनी आवेदन संख्या के साथ एनटीए को पत्र लिखने की आवश्यकता है. 

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उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा' से कहा, ‘‘सत्यापन के बाद एनटीए उन्हें फिर से परीक्षा देने की अनुमति देने पर फैसला लेगी. ''

इस बारे में जब एनटीए के निदेशक विनीत जोशी से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा, ‘‘अभ्यर्थियों को घबराना नहीं चाहिए.  अगर उनकी परीक्षा की तिथि बदली गयी तो बताई गयी तारीख के आसपास उनके प्रवेश पत्रों पर सही तारीख दिखेगी.  अभी प्रवेश पत्रों पर पुरानी तारीख दिखेंगी.  उम्मीदवारों को उस तारीख के हिसाब से तैयारी करनी चाहिए जो उन्हें पहले बताई गयी थी. ''

जोशी ने कहा कि एजेंसी सभी शिकायतों को देख रही है और वैध चिंता जताने वालों को 30 अगस्त को पुन: परीक्षा का अवसर मिलेगा. 

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देशभर के केंद्रीय विश्वविद्यालयों में स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए महत्वपूर्ण इस परीक्षा का पांचवां चरण रविवार को शुरू हुआ. 

बिहार से सीयूईटी की परीक्षा देने की तैयारी कर रहे निखिल आर मिश्रा यह देखकर स्तब्ध रह गए कि उनके प्रवेश पत्र में न केवल परीक्षा की तारीख बदली हुई थी बल्कि शहर भी बदला हुआ था, जो पहले बताए गए शहर से पांच घंटे की दूरी पर था. 

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उन्होंने कहा, ‘‘अगर हम इस बारे में फिक्र करते रहेंगे तो कैसे पढ़ाई करेंगे और तैयारी करेंगे?''

वहीं, कानपुर के रौनक पाटकर को छह अगस्त को ईमेल आया कि उसकी परीक्षा उसी दिन दूसरी पाली में है.  हालांकि, एक दिन पहले तक उनका प्रवेश पत्र इंटरनेट पर उपलब्ध नहीं था और उन्हें पहले परीक्षा की जो तारीख बतायी गयी थी वह अलग थी. 
 

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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