पश्चिम बंगाल सरकार ने इस साल स्नातक पाठ्यक्रमों के लिए एक केंद्रीकृत ऑनलाइन प्रवेश प्रणाली लाने के उच्च शिक्षा विभाग के फैसले को मंगलवार को पलट दिया और कॉलेजों में आवेदन करने वाले विद्यार्थियों का दाखिला पुरानी प्रक्रिया पर करने का फैसला किया.
शिक्षा मंत्री ब्रत्य बसु ने राज्य द्वारा संचालित विश्वविद्यालयों के कुलपतियों के साथ बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा कि स्नातक में प्रवेश प्रक्रिया पूर्व-कोविड समय की तरह ही होगी, जहां एक विद्यार्थी को एक विशेष कॉलेज में एक सीट के लिए आवेदन करना होगा और संबंधित उच्च शिक्षण संस्थान उनके प्रवेश मानदंड और सीट की उपलब्धता के आधार पर निर्णय लेंगे.
बसु ने कहा कि कुलपतियों ने उन्हें बताया कि एक ऑनलाइन केंद्रीकृत प्रवेश पोर्टल के लिए बुनियादी ढांचा अभी तैयार नहीं है.
शिक्षा मंत्री ने कहा, ‘‘कुलपतियों ने कहा कि कोविड की स्थिति और प्रतिबंधों ने उनके लिए अपने संबद्ध कॉलेजों में स्नातक पाठ्यक्रमों में केंद्रीकृत ऑनलाइन प्रवेश प्रक्रिया को तुरंत सुनिश्चित करना मुश्किल बना दिया है क्योंकि प्रवेश सत्र जल्द ही शुरू होने वाला है. हम निश्चित रूप से इसे अगले साल तक शुरू कर देंगे.''