UP Board Exams 2022: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (UPMSP) ने 24 मार्च से कक्षा 10वीं और कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षा के लिए कमर कस ली है. परीक्षा केंद्रों पर कैमरे लगा दिए गए हैं और कंट्रोल रूम स्थापित कर दिया, ताकि यूपीएमएसपी राज्य भर के केंद्रों पर लगे सीसीटीवी कैमरों से फुटेज की निगरानी कर सके. ये सारी तैयारियां बोर्ड परीक्षा से नकल रैकेट को दूर रखने के लिए किया गया है.लखनऊ के माध्यमिक शिक्षा निदेशालय में बुधवार 23 मार्च को राज्य स्तरीय कंट्रोल रूम का उद्घाटन किया गया. उन्होंने बताया कि सभी परीक्षा केंद्रों पर कर्मचारियों और कुल 2,97,124 सीसीटीवी कैमरों की मदद से कड़ी निगरानी रखी जाएगी. इन कैमरों की फीड की निगरानी राज्य स्तर और 75 जिला स्तर के केंद्रों सहित विभिन्न कमांड सेंटरों पर की जाएगी. कंट्रोल रूम का उद्घाटन यूपी के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने किया.
कंट्रोल रूम को राज्य भर के परीक्षा केंद्रों और स्ट्रांग रूम में लगे सीसीटीवी कैमरों से सीधी फीड मिलेगी, जिसकी निगरानी वरिष्ठ अधिकारियों की सीधी निगरानी में एक टीम करेगी. मुख्य सचिव ने कहा, "नि: शुल्क और निष्पक्ष बोर्ड परीक्षा सुनिश्चित करने के लिए नियंत्रण कक्ष एक आवश्यक उपकरण होगा." वहीं राज्य सरकार ने पहले ही चेतावनी दे रखी है कि परीक्षा के दौरान कदाचार करने वालों के खिलाफ कड़े राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) लगाया जाएगा.
ये भी पढ़ें ः यूपी बोर्ड परीक्षा दुनिया की सबसे बड़े पैमाने पर आयोजित की जाने वाली परीक्षा
UP Board Exams: बोर्ड एग्जाम में नकल कराने वालों पर रासुका के तहत कार्रवाई होगी
दो पाली में होगी परीक्षा
उत्तर प्रदेश बोर्ड द्वारा आयोजित कक्षा 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं दो पालियों में आयोजित की जाएंगी. सुबह की पाली में परीक्षा सुबह 8 से 11:15 बजे के बीच होगी जबकि शाम की पाली का समय दोपहर 2 बजे से शाम 5:15 बजे तक होगा.
51 लाख छात्र परीक्षा देंगे
यूपी बोर्ड परीक्षा के लिए कुल 51,92,689 छात्रों ने पंजीकरण कराया है. कक्षा 10वीं की परीक्षा के लिए कुल 27,81,654 छात्रों ने पंजीकरण कराया है, जिनमें से 12,28,456 छात्राएं और 15,53,198 लड़के हैं. वहीं कक्षा 12वीं के लिए कुल 24,11,035 छात्रों ने पंजीकरण कराया है, जिनमें 10,86,835 महिलाएं और 13,24,200 पुरुष छात्र हैं.
8 हजार से ज्यादा परीक्षा केंद्र
परीक्षा के लिए राज्य भर में कुल 8,373 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. इनमें से 6,398 केंद्र ग्रामीण क्षेत्रों में और 1,975 शहरी क्षेत्रों में स्थित हैं. राज्य सरकार ने 861 परीक्षा केंद्रों को 'संवेदनशील' और 254 को 'अति संवेदनशील' घोषित किया है, जबकि 7,258 को सामान्य घोषित किया गया है.