UPSC में 4 बार फेल हुए ये शख्स, 5वें प्रयास में हासिल की 17वीं रैंक, जानें- कौन हैं IAS राहुल शंकरूर

जानें- IAS राहुल की कहानी. जिन्होंने 4 बार UPSC की परीक्षा में फेल होने के बावजूद नहीं मानी हार. पांचवें प्रयास में बने IAS ऑफिसर.

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IAS अधिकारी राहुल शंकरूर (फोटो- इंस्टाग्राम)
नई दिल्ली:

असफलता ही सफलता की कुंजी है, लेकिन हम सब में से कई ऐसे लोग भी हैं जिनमें असफलता को झेलने का साहस और धैर्य नहीं होता है. वहीं हम सभी ने मकड़ी की कहानी सुनी है, जो गिरती रहती है लेकिन कभी हार नहीं मानती और अंत में अपना जाल पूरा कर लेती है.

ऐसी ही कहानी है IAS अधिकारी राहुल शंकरूर की, जो एक-दो बार नहीं, बल्कि चार बार यूपीएससी परीक्षा में असफल रहे, लेकिन हार नहीं मानी और आखिरकार पांचवें प्रयास में यूपीएससी परीक्षा पास कर IAS अधिकारी बन गए. आइए जानते हैं उनके बारे में, कैसे उन्होंने लगातार हार का मुंह देखने के बाद खुद का विश्वास बनाए रखा.

सबसे पहले आपको बता दें, राहुल शंकरूर ने अपने पांचवें प्रयास में साल 2019 में 17वीं  रैंक के साथ यूपीएससी परीक्षा पास की थी.  कर्नाटक के हुबली शहर के रहने वाले राहुल ने हाई स्कूल की पढ़ाई पूरी करने के बाद इंजीनियरिंग की पढ़ाई की.  

इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल करने के बाद राहुल एक  IT कंपनी से जुड़ गए. उन्होंने इस कंपनी में लगभग 2 साल तक काम किया, जिसके बाद उन्होंने अपनी नौकरी छोड़कर यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करने का फैसला किया.

आसान नहीं था राहुल का UPSC का सफर

UPSC की तैयारी करने वाला हर उम्मीदवार चाहता है कि पहले ही प्रयास में परीक्षा पास की जाए, लेकिन हर छात्र पहले प्रयास में परीक्षा पास नहीं कर पाता है. राहुल भी उनमें से एक है. उन्हें परीक्षा पास करने में पांच साल लग गए. उनके चार असफल प्रयास कठिन थे. जिसके बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी और पांचवी बार यूपीएससी परीक्षा में बैठे. जिसमें उन्होंने 17वीं  रैंक हासिल की. उन्हें इस सफर में परिवारवालों का काफी समर्थन मिला.

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राहुल शंकरनूर ने बताया, "जब यूपीएससी क्रैक करने की बात आती है तो कई लोग आपको डिमोटिवेट करने की कोशिश करेंगे. यह महत्वपूर्ण है कि आप अपना ध्यान लक्ष्य पर रखें और  किसी की बातों पर ध्यान न दें. परीक्षा की तैयारी के दौरान नकारात्मक लोगों से दूर रहना जरूरी है."

यूपीएससी के लिए, राहुल उम्मीदवारों को सलाह देते हैं कि वे न केवल किताबी ज्ञान पर ध्यान दें बल्कि ओवरऑल तैयारी करें. अपने आस-पास होने वाली घटनाओं के प्रति चौकस और जागरूक होना आवश्यक है. यदि आप फोकस हैं तो सफलता दूर नहीं होगी.

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