युगांडा के बाद, भारत में कोरोना वायरस महामारी के कारण स्कूल सबसे लंबे समय तक बंद रहे हैं. केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने सोमवार को लोकसभा में ये जानकारी दी. केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी (Union Minister of State for Education Annapurna Devi) ने यूनेस्को की रिपोर्ट के हवाले से ये जानकारी दी. दरअसल उन्होंने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा कि महामारी के कारण न केवल भारत बल्कि अन्य देशों के स्कूल भी बंद रहे हैं. जिसके कारण शिक्षा प्रणाली बुरी तरह से प्रभावित हुई है.
केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि "यूनेस्को की रिपोर्ट के अनुसार, भारत युगांडा के बाद दूसरा देश है. जहां ऑफलाइन स्कूल सबसे लंबे समय तक बंद रहे. हालांकि, रिपोर्ट में अध्ययन में इस्तेमाल की जाने वाली कार्यप्रणाली का उल्लेख नहीं है. " मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने आगे कहा कि स्कूल बंद होने से ऐसी स्थिति भी पैदा हुई जहां केंद्र, राज्यों और शैक्षणिक संस्थानों को ऑनलाइन तकनीकों को अपनाना पड़ा.
उन्होंने कहा, "केंद्रीय बजट 2022-23 ने कुल 1,04,278 करोड़ रुपये के आवंटन के साथ शिक्षा को एक बड़ा बढ़ावा दिया है. जो पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 12 प्रतिशत की वृद्धि है."
गौरतलब है कि COVID-19 से बचाव के लिए दुनिया भर में स्कूलों को बंद कर दिया गया था और ऑनलाइन के माध्यम से ही बच्चों को पढ़ाया जा रहा था. लेकिन अब कोरोना के मामलों में कमी आई है. जिसके बाद स्कूलों को फिर से खोला जा रहा है. एक बार फिर से ऑफलाइन कक्षाएं शुरू हो गई हैं और बच्चों ने स्कूलों में जाकर पढ़ना शुरू कर दिया है.
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